निठारी कांड: कोली नहीं…तो किसने की 13वें बच्चे की हत्या, 12 मामलों में मिल चुकी है सजा

बहुचर्चित निठारी कांड में 10 वर्षीय मासूम बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या मामले में आरोपी सुरेंद्र कोली को सीबीआई के विशेष न्यायाधीश अमित वीर सिंह की अदालत ने शुक्रवार को दोष मुक्त करार दे दिया। अब सवाल यह उठता है कि अगर कोली दोषी नहीं है तो फिर कौन है, आखिर 12 मामलों में फांसी की सजा पाने वाला निर्दोष कैसे साबित हुआ…..

12 मामलों में मिली फांसी की सजा, 13वें में सीबीआई ने आरोपी को बताया निर्दोष

निठारी कांड के 13वें मामले में सीबीआई कोर्ट ने आरोपी सुरेंद्र कोली को दोषमुक्त कर दिया है। इसके पहले 12 मामलों में कोली को फांसी की सजा हो चुकी है। सुरेंद्र कोली ने अदालत के फैसले पर खुशी जताई और कहा कि उसे पहली बार सच्चा न्याय मिला है। इसी तरह अन्य मामलों में भी वह निर्दोष था।

नोएडा के निठारी में हुए सीरियल हत्याकांड का यह 13वां मामला था। सीबीआई ने परिस्थिति जन्य साक्ष्यों के आधार पर सुरेंद्र कोली के खिलाफ आरोप पत्र पेश किया था। विशेष न्यायाधीश अमित वीर सिंह की अदालत ने साक्ष्यों को अपर्याप्त मानते हुए सुरेंद्र कोली को दोष मुक्त करार दिया।मामले में अभियोजन की तरफ से कुल 33 गवाह पेश किए गए और कुल 265 दिन अदालत में सुनवाई चली थी।

वहीं इस मामले में कोली ने स्वयं अपने मुकदमे की पैरवी करते हुए कोर्ट में बहस की थी। वहीं सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक जेपी शर्मा का कहना है कि अदालत के फैसले की कॉपी मांगी गई है। 30 मार्च को कॉपी मिलेगी, उसके बाद अध्ययन करके ही कुछ कह पाएंगे।

बता दें कि निठारी कांड के 12 मामलों में पूर्व में सुरेंद्र कोली को फांसी की सजा हो चुकी है। सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक जेपी शर्मा ने मीडिया को बताया कि इस मामले में मौके से न तो बच्ची के शव के टुकड़े मिले थे और न ही उसके कपड़े बरामद हुए थे।

बता दें कि निठारी गांव निवासी कई लोगों के बच्चे वर्ष 2004 से लापता हो रहे थे। गायब होने वालों में अधिकतर लड़कियां थीं। एक युवती भी निठारी की पानी की टंकी के पास से लापता हो गई थी। 2006 में सेक्टर-19 निवासी युवती के पिता ने डी-5 सेक्टर-31 कोठी के मालिक मोनिंदर सिंह पंढेर पर बेटी के अपहरण का शक जाहिर करते हुए पुलिस से शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने वादी को ही बेटी से देह व्यापार कराने का आरोप लगाते हुए भगा दिया था।

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उन्होंने बताया कि 19 अप्रैल, 2006 को एक 10 वर्षीय बच्ची रहस्यमय हालात में गायब हो गई थी। काफी तलाशने के बाद भी जब बच्ची कहीं नहीं मिली तो उसके पिता ने नोएडा के सेक्टर-20 थाना में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। 29 दिसंबर, 2006 को निठारी में मोनिंदर सिंह पंधेर की कोठी के पीछे नाले में पुलिस को 19 बच्चों और महिलाओं के कंकाल मिले थे, जिसके बाद पुलिस ने मोनिंदर सिंह पंधेर और उसके नौकर सुरेंद्र कोली को गिरफ्तार किया था। बाद में निठारी कांड से संबंधित सभी मामले सीबीआई को स्थानांतरित कर दिए गए थे।