कांशी राम की पुण्यतिथि पर मायावती ने फूंका सियासी बिगुल, बताया अपना चुनावी एजेंडा

उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने भी चुनावी बिगुल फूंक दिया है। इसके लिए मायावती ने बसपा संस्थापक कांशी राम की पुण्यतिथि का दिन चुना है। दरअसल, कांशी राम की पुण्यतिथि के मौके पर मायावती ने जनसभा को संबोधित करते हुए आगामी चुनाव के एजेंडे साफ किये। इस मौके पर उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग को पत्र लिखने का ऐलान भी किया।

मायावती ने कहा- चुनाव आयोग को लिखूंगी पत्र

अपने चुनावी एजेंडे पर से पर्दा उठाते हुए मायावती ने कहा कि हमारी सरकार बनने पर इस बार सबसे ज़्यादा जोर यहां के गरीब और बेरोजगार नौजवानों को रोटी-रोजी के साधन उपलब्ध कराने पर होगा। इस बार यही हमारी पार्टी का मुख्य चुनावी मुद्दा भी होगा। केंद्र और राज्य की जो भी योजनाएं चल रही हैं उन्हें बदले की भावना से रोका नहीं जाएगा।

इसके अलावा मायावती ने बीजेपी पर आरोप मढ़ते हुए चुनाव आयोग को पत्र लिखने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि मैं चुनाव आयोग को लिखूंगी कि चुनाव से 6 महीने पहले सभी सर्वे पर रोक लगे। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मामले में ऐसा हुआ था। बीजेपी पार्टी की मशीनरी अपने पक्ष में हवा बनाने की कोशिश कर रही है। वो हिन्दू-मुस्लिम को भड़काने की कोशिश करेगी।

केवल बीजेपी ही नहीं, मायावती ने अन्य राजनीतिक दलों को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी, सपा,  कांग्रेस और आप वोट के लिए जनता से वादे कर रही हैं जो हवा हवाई है। उनमें रत्तीभर भी दम नहीं है। विरोधी पार्टियां चुनावी घोषणापत्रों में कुछ ज्यादा ही प्रलोभन भरे चुनावी वादे करने वाली हैं।

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मायावती ने न सिर्फ विरोधी दलों पर हमला बोला, बल्कि छोटे राजनीतिक दलों से सावधान रहने की हिदायत भी दी। उन्होंने कहा कि छोटे दल गठबंधन कर चुनाव लड़ेंगे और वो सिर्फ वोट काटेंगे। ऐसे में अपने लोगों को सावधान रहना है।