पीएम मोदी की कुर्सी पर टिकी ममता की नजर, तुरुप का इक्का बने तृणमूल के मुकुल रॉय

इसी वर्ष हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में मिली प्रचंड जीत हासिल करने के बाद अब तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी की नजर अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कुर्सी पर आकर टिक गई है। इसी के साथ तृणमूल कांग्रेस ने वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियां भी शुरू कर दी है। लोकसभा चुनाव की तैयारियों के जुटी तृणमूल ने मुकुल रॉय को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।

मुकुल रॉय को ममता ने सौंपी बड़ी जिम्मेदारी 

दरअसल, चार सालों तक बीजेपी में रहकर तृणमूल में वापस लौटे वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय ममता बनर्जी के लिए तुरुप के इक्के साबित हो रहे हैं। पार्टी ने उनको अहम जिम्मेदारी दी है। उन्हें चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी में गए सभी नेताओं को लोकसभा चुनाव के समय तक पार्टी में वापस लौटाने की जिम्मेवारी दी गई है।

खासकर पार्टी उत्तर बंगाल के लिए उनके अनुभवों का लाभ उठायेगी। सूत्रों के मुताबिक मुकुल राय की घर वापसी के बाद वे अपने साथियों की भी वापसी करायेंगे। वे सारे नेता चाहे विधायक हों, जिला स्तर पर हों या फिर पंचायत के हों, राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज है कि अगले कुछ दिनों में कई बड़े नेता तृणमूल में आ सकते हैं।

यह भी पढ़ें: कांग्रेस को अपने ही गढ़ में लगा तगड़ा झटका, स्मृति ईरानी ने छीन लिया सोनिया गांधी का पद

हाल के दिनों में बीजेपी के कई विधायकों की गतिविधियों से राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गयी है। कुछ बीजेपी विधायक खुलकर तृणमूल सरकार की सराहना कर रहे हैं तो कुछ विधायकों के गोपनीय तरीके से तृणमूल के वरिष्ठ नेताओं से मिलने की भी चर्चा है। वहीं कुछ बीजेपी विधायकों के भाजपा की बैठक में नहीं शामिल होने पर भी चर्चाओं का बाजार गरम है। मुकुल राय के करीबी सूत्रों के अनुसार उत्तर बंगाल के कई विधायक तृणमूल के संपर्क में हैं।