ममता बनर्जी को फिर लगा तगड़ा झटका, उन्ही के मंत्री ने उनपर लगाए गंभीर आरोप

पश्चिम बंगाल में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए बीजेपी से बड़ी मुसीबत उनकी ही पार्टी तृणमूल कांग्रेस बनी हुई है। दरअसल, इन दिनों तृणमूल कांग्रेस को इन दिनों आंतरिक युद्ध का सामना करना पड़ रहा है। इसी क्रम में पार्टी में एक बार फिर बगावत के सुर सुनाई दिए हैं। यह बगावती सुर ममता सरकार के मंत्री राजीव बनर्जी के हैं।

ममता सरकार पर जमकर भड़के राजीव बनर्जी

दरअसल, शुभेंदु अधिकारी के बाद अब वन मंत्रालय की जिम्मेदारी निभाने वाले राजीव बनर्जी ने भी ममता सरकार के खुलाफ बगावती राग अलापा है। राजीब बनर्जी ने शनिवार को कहा कि मुझे वास्तव में तकलीफ होती है जब मैं भ्रष्ट लोगों को देखता हूं, और जो बेईमान हैं उन्हें सिर्फ इसलिए सामने लाया जा रहा है क्योंकि वे चाटुकार हैं। यह चाटुकारिता का युग है!

उन्होंने कहा कि जो सक्षम हैं, कुशल हैं उन्हें वह नहीं मिल रहा है जिसके वे हकदार हैं। इससे मुझे दुख होता है। ऐसे समय में मुझे लगता है कि मुझे बाहर आना चाहिए और लोगों के साथ विरोध करना चाहिए।

राजीव बनर्जी यहीं नहीं रुके, उन्होंने अपनी बात को आगे बढाते हुए हुए कहा कि जो लोग वातानुकूलित कमरों में बैठते हैं और लोगों को बेवकूफ बनाते हैं। उन्हें कई स्तरों पर बढ़ावा दिया जा रहा है। और हमारे जैसे लोग जो कुशलता से काम करते हैं , वे पीछे रह गए हैं। उन्होंने कहा कि आज का समय उन चेहरों के खिलाफ एकजुट होने का है, जो लोगों के बीच अधिक स्वीकार्य नहीं हैं। लोग अब ऐसे नेताओं को स्वीकार नहीं कर रहे हैं। इसलिए लोग उनके खिलाफ आवाज उठाने के लिए एकजुट हुए हैं।

राजीब बनर्जी ने कहा कि अगर हम सभी एक साथ आ सकते हैं तो मुझे विश्वास है कि हम ऐसे लोगों को एक अच्छा सबक सिखाने में सक्षम होंगे। जब समय परिपक्व होता है, तो लोग उन्हें सिखाएंगे कि क्या सही है और क्या गलत था। आप लोगों को कुछ समय के लिए बेवकूफ बना सकते हैं, लेकिन हमेशा के लिए नहीं।  

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ममता के मंत्री ने कहा कि बहुत से लोग सोचते हैं कि राजनीति में सब बेकार है। लेकिन मेरे लिए, राजनीति सभी लोगों के बारे में है। भ्रष्ट लोगों के प्रवेश के कारण बहुत सारे लोग राजनीति से दूर हो गए हैं। आज युवाओं में राजनीति के बारे में गलत धारणा है।