नई दिल्ली: साल का आख़िरी महीना कार खरीदने वालों के लिए हमेशा दुविधा का समय माना जाता है। एक ओर कंपनियां स्टॉक क्लियर करने के लिए बंपर डिस्काउंट देती हैं, तो दूसरी ओर अगले साल के मॉडल का फायदा चूक जाने का डर भी बना रहता है। ऐसे में दिसंबर में कार खरीदने से पहले इसके फायदे और नुकसान समझना बेहद जरूरी है।
दिसंबर में कार खरीदने के बड़े फायदे
1. बंपर डिस्काउंट और ऑफर्स
दिसंबर महीने में कार खरीदने का सबसे बड़ा फायदा यही है कि कंपनियां पुराने मॉडल ईयर (जैसे 2025 मॉडल) को क्लियर करने के लिए भारी डिस्काउंट देती हैं।
इनमें शामिल रहते हैं—
- कैश डिस्काउंट
- कॉर्पोरेट बोनस
- एक्सचेंज बोनस
- फ्री एक्सेसरीज़
कई मॉडलों पर तो छूट 1 लाख रुपये से अधिक तक पहुंच जाती है। इसके अलावा डीलर्स भी साल खत्म होने से पहले अपने सेल्स टारगेट पूरे करने के लिए खास ऑफर्स देते हैं।
2. आसान फाइनेंस और तुरंत डिलीवरी
कई कंपनियां दिसंबर में कम ब्याज दर पर फाइनेंस स्कीम भी पेश करती हैं, जिससे EMI कम हो जाती है।
साथ ही इस समय आमतौर पर स्टॉक पर्याप्त होता है, इसलिए लंबी वेटिंग के बिना तुरंत डिलीवरी भी मिल जाती है। कई मामलों में तो कार खरीदते ही चाबी हाथ में दे दी जाती है।
दिसंबर में कार खरीदने के नुकसान
1. कार ‘पुरानी’ मानी जाती है
अक्सर दिसंबर में बिकने वाली कारें 5-6 महीने पुरानी स्टॉक की होती हैं। सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि जनवरी आते ही आपकी नई कार एक साल पुरानी मानी जाने लगती है, क्योंकि मॉडल ईयर वही रहता है।
रजिस्ट्रेशन नंबर भी खुद-ब-खुद पिछले साल का दर्ज हो जाता है।
2. रीसेल वैल्यू कम हो जाती है
हालाँकि आपकी कार दिसंबर 2025 में खरीदी गई है, लेकिन resale के समय इसे 2025 मॉडल ही माना जाएगा। इससे कीमत कम मिलती है और खरीदार भी ऐसे मॉडल को कम प्राथमिकता देते हैं। इसी वजह से दिसंबर में खरीदी गई कार की रीसेल वैल्यू आमतौर पर घट जाती है।
अगर आपका फोकस बजट और ऑफर्स पर है तो दिसंबर शानदार मौका है। लेकिन अगर आप रीसेल वैल्यू को प्राथमिकता देते हैं, तो नए साल के मॉडल का इंतजार करना बेहतर विकल्प हो सकता है।
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