देवरिया : पुलिस की पिटाई से युवक की मौत, दारोगा और साथी पुलिसकर्मियों पर हत्या का केस दर्ज

स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक दारोगा कुशवाहा का दद्दन से कोई पूर्व विवाद था।


देवरिया। यूपी के देवरिया जिले के बरहज क्षेत्र स्थित सतराव चौकी में तैनात एक दारोगा तथा साथी पुलिसकर्मियों की कथित पिटाई से एक युवक की मौत हो गई। इस मामले में उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। इस घटना से नाराज ग्रामीणों ने पुलिस चौकी पहुंचकर आरोपी दारोगा की मोटरसाइकिल में आग लगा दी।

समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पुलिस की पिटाई से युवक की मौत की घटना की कड़ी निंदा करते हुए मृतक के परिजन को कम से कम पांच करोड़ रुपए की सहायता दिए जाने की मांग की है। पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने मंगलवार रात को बताया कि सतराव पुलिस चौकी पर तैनात दारोगा वीरेंद्र कुशवाहा और कुछ साथी पुलिसकर्मियों द्वारा सतराव गांव निवासी दद्दन यादव (32) की सोमवार को कथित रूप से पिटाई किए जाने का मामला सामने आया है।

उन्होंने बताया कि परिजनों का आरोप है कि पिटाई से दद्दन यादव की हालत नाजुक हो गई। गंभीर रूप से घायल हालत में उसे स्थानीय स्वास्थ केंद्र ले जाया गया जहां से नाजुक हालत को देखते हुए उसे महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज देवरिया भेज दिया गया।

उन्होंने बताया कि मंगलवार रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस घटना से नाराज ग्रामीणों ने सतराव पुलिस चौकी पहुंचकर वहां खड़ी दारोगा वीरेंद्र कुशवाहा की मोटरसाइकिल में आग लगा दी। स्थानीय ग्रामीणों के मुताबिक दारोगा कुशवाहा का दद्दन से कोई पूर्व विवाद था।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मृतक के परिजन की तहरीर पर दारोगा वीरेंद्र कुशवाहा और अज्ञात साथी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मंगलवार देर रात हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। फरार कुशवाहा की तलाश की जा रही है। इस बीच, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए मृतक के परिजन को कम से कम पांच करोड़ रुपए की सहायता दिए जाने की मांग की है।

उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, भाजपा के राज में पुलिस प्रशासन के अंदर कुछ भ्रष्ट लोगों को ऐसा लगने लगा है कि वो कुछ भी अवैधानिक करेंगे तो उनके भाजपाई आका उनको बचा लेंगे। चुनावों में जनता इस गलतफहमी को दूर कर रही है।

सरेआम अत्याचार, जनता से जानलेवा मारपीट, हिरासत में मौत, झूठे एन्काउंटर, बढ़ती वसूली जैसे मुद्दों ने भाजपा के काल में पुलिस को बेलगाम बना दिया है। उन्होंने इसी पोस्ट में आगे कहा, देवरिया की दोषी पुलिस के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज हो और मृतक के परिवार को कम-से-कम पांच करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए।