छावनी बन गई हैं दिल्ली की सीमाएं, किसान को रोकने के लिए तैनात हैं हजारों जवान

कृषि कानून के खिलाफ शुरू हुआ किसानों का आंदोलन वृहद रूप लेता जा रहा है। दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर और दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर मौजूद किसानों की संख्या लगातार बढती ही जा रही है। ऐसे में दिल्ली प्रशासन भी काफी सक्रियता से बॉर्डर पर डटी हुई है। दिल्ली में आने वाले सभी रास्तों पर भारी संख्या में जवानों को तैनात किया गया है। सभी आने वाली गाड़ियों को चेक किया जा रहा है।

दिल्ली के किस बॉर्डर पर तैनात है कितने जवान

बताया जा रहा है कि दिल्ली की हर सीमा पर अधिकतम फ़ोर्स तैनात किया गया है। टिकरी बॉर्डर पर दें में तीन और रात में दो डीसीपी की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा लगभग 540 जवानों को तैयात किया गया है। यानी की 9 कंपनी को तैयार की गई है।

अगर बात सिंधु बॉर्डर की करें तो यहां दिन में 3 DCP के साथ ज्वाइंट कमिश्नर की भी ड्यूटी है। जबकि रात में 2 DCP ड्यूटी पर हैं और कुल 32 कंपनियों को सुरक्षा की जिम्मेदारी है।

वहीं बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड पर 2 ही डीसीपी दिन में और दो ही रात में तैनात हैं। इसके अलावा जरुरत के हिसाब से यहां कंपनियों को तैनात किया जा रहा है। बता दें कि सरकार ने किसानों को यहां पर प्रदर्शन करने को कहा है, ऐसे में अभी यहां थोड़ी ही संख्या में किसान मौजूद हैं।

आन्दोलन में लगातार बढ़ती जा रही किसानों की सख्या को देखते हुए दिल्ली की सभी सीमा को छावनी के रूप में तब्दील कर दिया गया है। इन सीमाओं पर दिल्ली पुलिस के अलावा CISF, ITBP, CRPF की टुकड़ियों को भी तैनात किया गया है। इसके aअलावा टिकरी बॉर्डर और सिंधु बॉर्डर पर IB (इंटेलिजेंस ब्यूरो) के डिप्टी डायरेक्टर लेवल के अधिकारी भी लगभग रोजाना विजिट कर रहे हैं और गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेज रहे हैं।

यह भी पढ़ें: बीजेपी ने TMC पर फिर साधा निशाना, बता दिया टेररिस्ट मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी

दिल्ली पुलिस की ओर से कुल चार बॉर्डर को सील कर दिया गया है, जिसमें सिंधु बॉर्डर, टिकरी, लामपुर और सफियाबाद सीमा शामिल हैं। सिर्फ सिंधु बॉर्डर पर ही 8-10 हजार जवानों को तैनात किया गया है। अलग-अलग सीमाओं पर जवानों की संख्या जरूरत के हिसाब से है, ड्रोन कैमरे से नजर भी रखी जा रही है।