कूचबिहार हिंसा: चुनाव आयोग ने आरोपों पर लगाया फुल स्टॉप, बताई मामले की सच्चाई

पश्चिम बंगाल में चौथे चरण के बाद शनिवार को हो रहे पांचवें चरण के मतदान में भी  सेंट्रल फोर्स के जवानों पर गोली चलाने का आरोप लगा है। राज्य के विवादित मौलाना अब्बास सिद्दीकी की पार्टी आईएसएफ ने यह आरोप लगाया है। उनका दावा है कि देगंगा विधानसभा के कुंडलगाछा में 215 नंबर मतदान केंद्र के बाहर उनके कार्यकर्ताओं को लक्ष्य कर सेंट्रल फोर्स के जवानों ने फायरिंग की।  पार्टी का कहना है कि मतदान केंद्र से काफी दूरी पर उनके कार्यकर्ता एकत्रित थे जिन पर केंद्रीय बलों के जवानों ने फायरिंग की है। चुनाव आयोग के पास इससे संबंधित शिकायत दर्ज कराई गई है।

चुनाव आयोग ने बताई मामले की सच्चाई

हालांकि सेंट्रल फोर्स ने दावा किया है कि कोई गोली नहीं चली है। इसकी शिकायत मिलने के बाद चुनाव आयोग ने जिला प्रशासन से रिपोर्ट तलब की थी और प्रारंभिक जांच के बाद आयोग ने इस पर बयान भी जारी किया है।

चुनाव आयोग का कहना है कि गोली चलाने के दावे में कोई सच्चाई नहीं है कोई गोली नहीं चली है।  सूत्रों ने बताया है कि मतदान केंद्र के पास बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक समुदाय के कार्यकर्ता एकत्रित होकर मतदान प्रक्रिया को बाधित करने की कोशिश कर रहे थे। उन्हें ही हटाने के लिए क्विक रिस्पांस की टीम पहुंची थी, कोई फायरिंग नहीं हुई है।

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इधर उत्तर 24 परगना के मध्यमग्राम में तृणमूल कांग्रेस की सांसद काकोली घोष दस्तीदार ने सेंट्रल फोर्स के जवानों को धमकी दी है। उन्होंने कहा है कि इस जगह को सीतलकुची बनाने की कोशिश भी मत करना नहीं तो परिणाम भयंकर होगा। इसका वीडियो सामने आया है जिसे लेकर चुनाव आयोग के पास शिकायत दर्ज कराई गई है।