मशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा ने कार डिज़ाइनर दिलीप छाबड़िया के खिलाफ फ्रॉड का केस दर्ज कराया है। कपिल शर्मा को मुंबई पुलिस ने सीज की गई गाड़ियों के फर्जी रजिस्ट्रेशन मामले में पूछताछ के लिए समन भेजा था। मुंबई पुलिस ने कपिल शर्मा का बयान दर्ज करने के लिए नोटिस भेजा था। जिसके बाद कॉमेडी किंग ने मुंबई पुलिस के सामने अपना बयान दर्ज कराते हुए दिलीप छाबड़िया पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया था।
बीते साल 2020 में 28 दिसंबर को मुंबई पुलिस ने दिलीप छाबड़िया को अरेस्ट किया था। कार मॉडिफिकेशन स्टूडियो डीसी डिजाइन के फाउंडर दिलीप छाबड़िया को पुलिस ने कार रजिस्ट्रेशन रैकेट के मामले में अरेस्ट किया था। दिलीप छाबड़िया पर धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश करने के तहत केस दर्ज किया गया है।
कपिल ने मुंबई पुलिस को दिए गए बयान में कहा कि उन्होंने दिलीप से उनकी वैनिटी वैन डिजाईन करने को कहा था, लेकिन पेमेंट देने के बाद भी उन्होंने कपिल को गाड़ी डिलीवर नहीं की। कपिल के अनुसार उन्होंने दिलीप को साढ़े पांच करोड़ रूपए दिए थे।
मुंबई पुलिस की क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट ने दिलीप छाबड़िया की फैक्ट्री में रेड कर 14 कारें और 40 इंजन बरामद किए थे। इसके अलावा यूनिट को फैक्ट्री परिसर में 19 लग्जरी कारें और बाइक्स भी मिली थीं। पूछताछ में पुलिस को यह जानकारी मिली है कि छाबड़िया और उनकी फर्म ने कई नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों से खुद ग्राहक बताते हुए डीसी स्पोर्ट्स कारों की खरीद के लिए लोन ले लिए थे। दिलीप छाबड़िया डिजाइंस प्राइवेट लिमिटेड की ओर से प्रति कार 42 लाख रुपये तक का लोन लिया गया था। कंपनी ने भारत में बिकीं कुल 120 कारों में से 90 पर लोन ले लिया था। यहां तक कि कई कारों पर तो कंपनी ने तब लोन हासिल किया, जब उसने उन्हें ग्राहकों को बेच दिया था।
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इस पूरे फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ था, जब क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट के असिस्टेंट पुलिस इन्सपेक्टर सचिन वजे को एक टिप मिली थी कि दक्षिण मुंबई में एक टू-सीटर स्पोर्ट्स कार फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ चलती देखी गई है। इसके बाद उस कार को रोका गया। 18 दिसंबर को पुलिस ने उस कार को रोका था और फिर जांच करने पर पता चला कि इसी इंजन और चेसिस नंबर पर एक कार हरियाणा में भी रजिस्टर्ड है। इसके बाद पुलिस ने 28 दिसंबर को दिलीप छाबड़िया को अरेस्ट कर लिया था।