जन्मदिन स्पेशल: भारत और चीन की वजह से अधूरी रह गई रतन टाटा की लव स्टोरी….

टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा का 83वां जन्मदिन है। दिग्गज बिजनैसमैन रतन टाटा 28 दिसंबर 1937 को सूरत में जन्में में थे। टाटा ग्रुप को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाले रतन टाटा देश के सबसे सफल बिजनेसमैन में से एक है। अपने बिजनेस एथिक्स के अलावा उन्हें एक परोपकारी व्यक्ति के रूप में भी जाना जाता है। आज उनके जन्मदिन के मौके पर सोशल मीडिया पर लोग रोचक तरीके से उन्हें बधाई दे रहे हैं। किसी ने उन्हें सबसे चार्मिंग लुक वाला बिजनेस में बताया तो किसी ने समाज के लिए उनके द्वारा उठाए गए कदमों को सराहा। दरअसल, रतन टाटा ने शिक्षा, मेडिसिन से लेकर ग्रामीण भारत के विकास के कई तरह की पहल का हिस्सा रहे चुक है।  आज भी उनके 65 फीसदी शेयर्स चैरिटेबल ट्रस्ट में ​इन्वेस्टेड हैं।

कुछ समय पहले स्टैनफोर्ड सोशल इनोवेशन रिव्यू में उन्होंने कहा था, ‘अपने शुरुआती दिनों में एक दुकान पर काम करने के साथ मैंने समाज में फैले कई बुराईयों को करीब से देखा। मेहनत करने के बाद भी लोगों को सफलता नहीं मिल पाती है। यही कारण रहा कि मैंने सोचा कि कोई व्यक्ति दूसरे की जीवन में कैसे बदलाव ला सकता है। जैसे-जैसे मैं आगे बढ़ता गया, वैसे-वैसे मैंने ऐसी परेशनियां देखी और ऐसे लोगों के लिए कुछ न कुछ करता रहा।

टाटा प्रमुख नहीं तो क्या करते रतन टाटा?

इसी साल 5 सितंबर को रतन टाटा ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने बताया कि अगर वो टाटा ग्रुप के प्रमुख नहीं होते तो क्या करते। इस पोस्ट में लिखा था, ‘मेरे इनबॉक्स में ढेर सारे मैसेजेज़ हैं, लेकिन मैं सबका जवाब नहीं दे सकता। आप सबने कई बड़े अच्छे सवाल भी पूछे हैं। इसमें से मैं कुछ का जवाब देना चाहता हूं। इंस्टाग्राम पर एक सवाल-जवाब का फीचर है, मैं यहीं पर रविवार शाम को कुछ सवालों के जवाब देने की कोशिश करूंगा। ’

इसके बाद रविवार शाम को उन्होंने ढेरों सवाल के जवाब दिए। उनके हर जवाब पढ़कर आपके चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाएगी। किसी यूज़र ने उनसे पूछा कि अगर आप टाटा ग्रुप के प्रमुख नहीं होते तो फिर क्या होते? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा- संभवत मैं एक कामयाब आर्किटेक्ट बनने की कोशिश करता।

बिजनेस की दुनिया में तो रतन टाटा ने खूब नाम कमा लिया लेकिन प्यार में मामले में उन्हें कामयाबी हासिल नहीं हुई। एक इंटरव्यू में रतन टाटा ने खुद अपनी लव लाइफ के बारे में खुलासा किया, उन्होंने कहा कि उन्हें भी प्यार तो हुआ लेकिन वो अपनी मोहब्बत को शादी के मुकाम तक पहुचाने में असफल रहे।  

सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले रतन टाटा आए दिन अपने फॉलोवर्स को अपने बारे में कुछ दिलचस्प जानकारी देते रहते हैं।  इसी साल वेलेंटाइन डे से ठीक एक दिन पहले उन्होंने अपनी लव स्टोरी के बारे में भी जानकारी दी थी।  एक इंटरव्यू में बातचीत के दौरान उन्होंने कहा था कि ग्रेजुएशन के बाद लॉस एंजेलिस  में काम करने के दौरान उनकी शादी लगभग हो ही गई थी। इस बातचीत में उन्होंने अपनी जिंदगी, माता-पिता के तलाक, दादी के साथ बिताए दिन, उनकी अच्‍छी सीख, कॉर्नेल यूनिवर्सिटी में पढ़ाई, प्‍यार और यहां तक कि ये रिश्‍ता क्‍यों खत्‍म हो गया जैसे कई मुद्दों पर बातचीत की।

यह भी पढ़ें: 1 जनवरी से बंद हो सकता है इन स्मार्टफोन्स में Whatsapp का ऐक्सेस?

अपनी लव स्टोरी के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि आर्किटेक्‍चर में ग्रेजुएशन करने पर उनके पिता नाराज हो गए। इसीलिए रतन टाटा लॉस एंजेलिस में नौकरी करने लगे। वहां उन्‍होंने दो साल तक काम किया। उन दिनों को याद करते हुए रतन टाटा कहते हैं वो समय बहुत अच्‍छा समय था- मौसम बहुत खूबसूरत था, मेरे पास अपनी गाड़ी थी और मुझे अपनी नौकरी से प्‍यार था। लॉस एंजेलिस में रतन टाटा को प्‍यार हुआ और वो उस लड़की से शादी करने ही वाले थे। लेकिन अचानक उन्हें भारत लौटना पड़ गया, क्योंकि उनकी दादी की तबियत की तबियत ठीक नहीं थी और फिर भारत और चीन के युद्ध की वजह से रतन टाटा की शादी के बीच में रुकावट आ गई…रतन टाटा को ये लगा था कि जिस महिला को वो प्‍यार करते हैं वह भी उनके साथ भारत चली जाएगी।  लेकिन 1962 की भारत-चीन लड़ाई के चलते उनके माता-पिता उस लड़की के भारत आने के पक्ष में नहीं थे और इस तरह उनका रिश्‍ता टूट गया।