हुबली हिंसा की जांच में बड़ा खुलासा, 48 CCTV कैमरों में से 7 गायब

कर्नाटक (Karnataka) के हुबली (Hubli) जिले में सोशल मीडिया पर एक आपत्तिजनक पोस्ट वायरल होने के बाद कर्नाटक पुलिस ने भड़काऊ भाषण देने और भीड़ को हिंसा के लिए उकसाने वाले मौलवी की तलाश शुरू कर दी है.

मौलवी ने भीड़ को भड़काया

इस मामले में ताजा अपडेट की जानकारी पुलिस ने मंगलवार को दी है. फिलहाल, मौलवी वसीम फरार चल रहा है. पुलिस के अनुसार, सोशल मीडिया पोस्ट के बाद हुबली में बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ी थी. वसीम ने भीड़ को हिंसा के लिए उकसाया. पुलिस ने कहा कि वसीम ने भाषण में अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. जिसका वीडियो हमारे पास है. वीडियो में आरोपी मौलवी पुलिस आयुक्त के वाहन पर खड़ा होकर भाषण देते हुए नजर आ रहा है.

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पुलिस ने कहा कि वसीम के भाषण के बाद भीड़ ने पथराव किया और वाहनों को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया. पुलिस ने हिंसा के सिलसिले में 120 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है. कई आरोपी पुलिस द्वारा गिरफ्तारी के डर से गायब हो गए हैं.आरोपियों को पकड़ने के लिए गठित आठ विशेष टीम अपना अभियान जारी रखे हुए है.

दंगाइयों की पहचान में इसलिए हुई देरी

जेएमएफसी कोर्ट ने 30 अप्रैल तक आपत्तिजनक पोस्ट डालने वाले 88 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. पुलिस सूत्रों ने कहा कि हुबली शहर में निगरानी के लिए लगाए गए कुल 48 सीसीटीवी कैमरों में से केवल 21 काम कर रहे थे और सात कैमरे गायब बताए जा रहे हैं. इस वजह से बदमाशों की पहचान करने में मुश्किल हो रही है.

पुलिस की भारी तैनाती के बीच अब हुबली में स्थिति सामान्य हो गई है. हालांकि, शहर में 20 अप्रैल तक सख्ती जारी रहेगी.