चुनावी नतीजों से पहले ही बीजेपी को सताने लगा हार का डर, खतरे में सरकार

मध्य प्रदेश में हुए उपचुनाव का परिणाम आने में अभी समय है लेकिन शायद बीजेपी को अभी से अपनी सत्ता जाती दिखाई दे रही है। इसका सबूत है बीजेपी चुनाव प्रबंध समिति के संयोजक एवं मंत्री भूपेंद्र सिंह द्वारा तीन विधायकों से की गई मुलाक़ात, जो बंद कमरे में हुई। दरअसल, भूपेंद्र सिंह से शुक्रवार को इन तीनों विधायकों से अलग अलग बंद कमरे में बात की।

मंत्री भूपेंद्र सिंह ने तीन विधायकों से की मुलाक़ात

दरअसल, बीएसपी विधायक संजीव कुशवाहा आज अचानक मंत्री भूपेंद्र सिंह के बंगले पर पहुंचे। यहां दोनों के बीच बातचीत हो ही रही थी, तबतक निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा तथा नारायण त्रिपाठी भी अलग अलग उनके आवास पर पहुंच गए, अचानक तीन विधायकों के आने से राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार खासा गर्म हो गया।

इन मुलाकातों को लेकर मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि परिणाम आने के बाद जो भी स्थिति बनेगी उस हिसाब से निर्दलीय विधायकों को भी मंत्रिमंडल में स्थान दिया जा सकता है। मंत्री भूपेंद्र सिंह से मुलाकात करने के बाद संजीव कुशवाहा ने कहा कि बीएसपी का समर्थन बीजेपी को रहेगा।

उधर, कांग्रेस नेता कमलनाथ ने आरोप लगाया है कि बीजेपी को हार का सताने लगा है, इसलिए वह जोड़ तोड़ में लग गई है।  

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आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में बीजेपी के खाते में 107 विधायक हैं, जबकि सत्ता में बने रहने के लिए उन्हें 9 विधायकों की जरूर है। लेकिन कांग्रेस नेताओं खासकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जिस भरोसे से सरकार में वापसी करने के बयान दे रहे हैं, उसको ध्यान में रखकर बीजेपी ने प्लान बी पर रणनीति बनाना शुरू कर दिया है ताकि राज्यपाल के सामने बहुमत साबित करने में दिक्कत न हो।