अरविंद केजरीवाल ने स्वीकार की नवजोत सिंह सिद्धू की चुनौती

आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने रविवार को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) की ओर से राज्य में शराब, खनन और नौकरियों पर बहस के लिए दी गई चुनौती को स्वीकार कर लिया. नवजोत सिंह सिद्धू से बहस के लिए जगह और समय तय करने के लिए कहते हुए केजरीवाल ने आप की पंजाब इकाई के अध्यक्ष भगवंत मान को इसके लिए नामित किया.

चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर पत्रकारों से अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं एक बहस के लिए सिद्धू की चुनौती को स्वीकार करता हूं और आशा करता हूं कि चर्चा उपयोगी और विकास के विभिन्न मुद्दों पर होगी. सिद्धू को जगह और समय चुनना चाहिए. केजरीवाल ने कहा कि कांग्रेस के पास पंजाब को विकसित करने के लिए पांच साल थे, लेकिन उन्होंने लोगों को धोखा दिया और नाटक और बहाने के अलावा कुछ नहीं किया.

अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में बेअदबी की घटना पर दुख व्यक्त करते हुए केजरीवाल ने कहा कि ये घटना एक साजिश का हिस्सा हो सकती है. उन्होंने इस घटना के लिए कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि कुछ गलत ताकतें पंजाब की शांति भंग करने की साजिश रच रही हैं. साथ ही कहा कि अगर बेअदबी के पिछले मामलों के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाती तो कोई भी व्यक्ति दोबारा ऐसा अपराध करने की हिम्मत नहीं करता.

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उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि श्री हरमंदिर साहिब में बेअदबी के लिए अपराधी को भेजने वालों को पुलिस जल्द से जल्द पकड़ लेगी और इसके पीछे के सभी साजिशकर्ताओं को सजा देगी. शनिवार को पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को राजनीतिक पर्यटक करार देते हुए कहा कि वो राज्य में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले झूठे वादों के साथ सामने आए हैं. सिद्धू ने सुल्तानपुर लोधी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल को रोजगार के मुद्दे पर बहस करने की चुनौती दी और दावा किया कि उन्होंने दिल्ली में आठ लाख नौकरियों का वादा किया था, लेकिन केवल 440 नौकरियां दीं.