आज देश में 73वां सेना दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने चीन को करारा जवाब दिया है। उन्होंने चीन को चेतावनी देते हुए कहा है कि किसी को भारतीय सेना के धैर्य की परीक्षा लेने की गलती नहीं करनी चाहिए। हालांकि उत्तरी मोर्चे पर जारी सीमा गतिरोध को बातचीत और राजनीतिक उपायों से हल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान पर भी निशाना साधा है।
सेना प्रमुख ने गलवान के शहीदों को किया याद
दिल्ली में सेना दिवस के मौके पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे, IAF चीफ एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया और नेवी चीफ एडमिरल करमबीर सिंह ने नेशनल वॉर मेमोरियल पर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सेना दिवस परेड पर सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने कहा कि सीमा पर एकतरफा बदलाव की साजिश का मुंहतोड़ जवाब दिया गया है और पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
नरवणे ने कहा कि हम बातचीत और राजनीतिक प्रयासों के माध्यम से विवाद हल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं लेकिन किसी को भी हमारे धैर्य की परीक्षा लेनी की गलती नहीं करनी चाहिए। सेना प्रमुख ने आश्वासन दिया कि गलवान के नायकों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। भारतीय सेना देश की अखंडता और सुरक्षा को कोई आंच नहीं आने देगी।
आपको बता दें कि इसी वर्ष जून के महीने में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुए संघर्ष में भारतीय सेना के 20 से ज्यादा जवान शहीद हो गए थे। इस दौरान चीन के भी कई सैनिक मारे गए थे लेकिन यह संख्या सार्वजनिक नहीं की गई थी। अमेरिकी ख़ुफ़िया रिपोर्ट में बताया गया था कि इस हमले में 35 सैनिक मारे गए थे।
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सेना प्रमुख ने कहा कि स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए भारत और चीन के बीच आठ दौर की सैन्य वार्ता भी हुई है। आपसी और समान सुरक्षा के आधार पर वर्तमान स्थिति का समाधान खोजना जारी रखेंगे। इसके साथ ही नरवणे ने भारतीय सेना के जरिए विकसित एक इंडियन आर्मी मोबाइल ऐप को लॉन्च किया। ये ऐप देश के नागरिकों को भारतीय सेना के बारे में विस्तृत जानकारी देगा।
पाकिस्तान को आड़े हाथों लेते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि बॉर्डर के इर्द-गिर्द प्रशिक्षण शिविरों में 300-400 आतंकवादी घुसपैठ करने की ताक में बैठे हैं। सीज़फायर उल्लंघन की घटनाओं में 44 फ़ीसदी तक बढ़ोतरी हुई और ये पाकिस्तान के नापाक इरादों की पोल खोलता है। पिछले साल सेना ने एलओसी के नजदीक और आतंकवाद विरोधी अभियान में लगभग 200 आतंकवादियों को मार गिराया था।