उमेश पाल हत्याकांड से जुड़ा एक और सच आया सामने, अतीक के बेटे असद का दोस्त भी था वारदात में शामिल

उमेश पाल हत्याकांड को लेकर अलग-अलग टीम तफ्तीश में जुटी हुई हैं। इस बीच घटना को लेकर रोजाना नए-नए खुलासे भी हो रहे हैं। इसी बीच पता लगा है कि वारदात में इस्तेमाल हुई क्रेटा कार में अतीक के बेटे असद का दोस्त भी बैठा हुआ था। हालांकि वह घटना के वक्त सामने नहीं आया। कथिततौर पर उसे बैकअप के लिए रखा गया था। गुरुवार को चर्चाएं हुई कि पुलिस ने असद के उस दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने इससे इनकार किया।

एक दर्जन से अधिक लोग थे वारदात में शामिल

आपको बता दें कि उमेश पाल की हत्या में अतीक के बेटे असद, बमबाजी करने वाले गुड्डू मुस्लिम, शूटर साबिर, पहले गोली चलाने वाले विजय चौधरी उस्मान, दुकान से निकले गुलाम, हेलमेट पहनकर गोली चलाने वाले अरमान और गाड़ी चलाने वाले अरबाज का नाम सामने आया था। घटना को लेकर बताया गया कि छह चेहरे सामने आए जबकि सपोर्ट के लिए वहां पर 7 लोग मौजूद थए। इस हत्याकांड को कुल मिलाकर 13 लोगों ने अंजाम दिया। वारदात को लेकर अब नया खुलासा हुआ है। पता लगा कि घटना में इस्तेमाल क्रेटा कार में वारदात के वक्त अतीक के बेटे असद का दोस्त भी मौजूद था।

चौथे शख्स की पहचान में जुटी टीम

आपको बता दें कि उमेश पाल की हत्या के बाद जब शूटर कार लेकर पहुंचे तो ड्राइवर अरबाज ने उन्हें कार से उतार दिया और आगे से यू टर्न लेकर वापस आया। इसके बाद कार सड़क के उस पार खड़ी थी। सीसीटीवी में साफ दिखाई पड़ता है कि उमेश पाल की हत्या के बाद शूटर सड़क को पार कर उस ओर जा रहे ङैं। इस बीच साबिर पहले ड्राइवर के पीछे वाला गेट खोलता है लेकिन गेट बंद कर कार के पीछे दूसरी साइड की तरफ जाकर बैठ जाता है। पुलिस इसी सीसीटीवी वीडियो के आधार पर गाड़ी में बैठे चौथे शख्स के बारे में पता लगा रही है। आखिर वहां पर कौन बैठा था जिसके चलते साबिर को वहां से लौटना पड़ा इस बारे में तफ्तीश की जा रही है। बताया जा रहा है कि यहां बैठा शख्स असद का दोस्त था।

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क्या था उमेश पाल हत्याकांड

यूपी के प्रयागराज में 24 फरवरी को इस घटना को अंजाम दिया गया। बीच सड़क पर गाड़ी रोककर बदमाशों ने फायरिंग और बमबाजी की। उमेश पाल की हत्या के दौरान घायल दो गनर ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। यह वारदात की गूंज यूपी विधानसभा तक में सुनाई दी और सीएम योगी ने आरोपियों को मिट्टी में मिलाने की बात कही। बताया गया कि राजूपाल हत्याकांड में गवाह और अन्य कारणों के चलते अतीक अहमद के गुर्गों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया।