अपने ही बिछाए जाल में फंसे मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर, दर्ज हुई एक और एफआईआर

महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ उद्धव सरकार के गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर धन उगाही करवाने का आरोप लगाने वाले मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह अब अपने ही जाल में फंसते नजर आ रहे हैं। दरअसल, परमबीर सिंह सहित 28 लोगों के खिलाफ अवैध वसूली करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है।  बताया जा रहा है कि ठाणे नगर पुलिस थाने में दर्ज इस केस के 28 आरोपितों में पुलिस के 8 वरिष्ठ अधिकारियों के भी नाम हैं।

परमबीर सिंह पर लगे हैं कई गंभीर आरोप

इससे पहले परमबीर सिंह और उनके मातहत अधिकारियों के विरुद्ध मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन और कोपरी पुलिस स्टेशन में भी केस दर्ज किया गया था।

ठाणे नगर पुलिस थाने में यह मामला बुकी केतन तन्ना, सोनू जालान और रियाज भाटी ने दर्ज कराया है। उनका आरोप है कि परमबीर सिंह सहित 28 लोगों ने पुलिस की कठोर कार्रवाई से बचाने के लिए 1.25 करोड़ रुपये की अवैध वसूली की थी। इन तीनों ने शुक्रवार दोपहर को थाने में अपना बयान रिकॉर्ड करवाया था। इसके बाद पुलिस ने देर रात को यह केस दर्ज किया है।

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इस केस में परमबीर सिंह को मुख्य आरोपित बनाया गया है, जबकि प्रदीप शर्मा, राजकुमार कोथमिरे, एनटी कदम सहित 8 पुलिस अधिकारियों को सह आरोपित बनाया गया है। मामले में इनके सहयोगी के रूप में कुख्यात बदमाश रवि पुजारी सहित कई बदमाशों के नाम शामिल हैं। परमबीर सिंह सहित उनके मातहत अधिकारियों पर कुख्यात गिरोह के बदमाशों के साथ मिलकर रंगदारी वसूलने का आरोप लगाया गया है।

उल्लेखनीय है कि परमबीर सिंह पर अब तक विभिन्न पुलिस स्टेशनों में वसूली का मामला दर्ज किया गया है। मुंबई पुलिस आयुक्त ने मामले की जांच के लिए पुलिस उपायुक्त के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित की है।