नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर विधानसभा चुनाव के लिए किए गए एग्जिट पोल के अनुमान सामने आ गए हैं। इसमें कुछ चौंकाने वाले अनुमान सामने आए हैं। देश करीब तीन दशक पुरानी राजनीतिक परंपरा को तोड़ते हुए लगातार दूसरी बार भाजपा को सत्ता सौंपने को तैयार है। वहीं दूसरी ओर सबकी उम्मीदों पर झाड़ू फेरते हुए पंजाब में आम आदमी पार्टी सत्ता में आ सकती है। सोमवार को उत्तर प्रदेश में सातवें और आखिरी चरण के लिए मतदान संपन्न होते ही पांच राज्यों को लेकर आए एक्जिट पोल कुछ ऐसी ही तस्वीर दिखा रहे हैं। उत्तराखंड में भाजपा-कांग्रेस में कांटे की टक्कर होती दिख रही है। हालांकि अनुमान है कि भाजपा सरकार बचा लेगी। गोवा में ज्यादातर एक्जिट पोल त्रिशंकु नतीजों का अनुमान लगा रहे हैं और मणिपुर में भाजपा कांग्रेस से आगे खड़ी दिख रही है।
उत्तर प्रदेश में अंतिम चरण का मतदान खत्म होते ही आए एक्जिट पोल
सही मायने में इस चुनाव में देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश और किसान आंदोलन से लेकर अंदरूनी लड़ाई तक का केंद्र बने पंजाब पर सबकी निगाह है। राजनीतिक रूप से अहम उत्तर प्रदेश में लगातार तीसरी बार विपक्षी खेमे में नया प्रयोग हुआ। कोविड से लेकर किसान आंदोलन तक उत्तर प्रदेश को राजनीतिक अखाड़ा भी बनाया गया। हालांकि सात चरणों के बाद जारी हुए एक्जिट पोल की मानें तो विपक्षी दांव नहीं चल पाया।
सभी सर्वे एजेंसियां भाजपा को बहुमत दे रही हैं। औसतन भाजपा को 403 में से 250 के आसपास सीटें दी गई। कुछ सर्वे भाजपा के 300 पार के दावे का भी समर्थन करते दिखे। फिलहाल हर तरह से यह जीत बहुत बड़ी होगी, क्योंकि उत्तर प्रदेश में अरसे से कोई सरकार दोबारा नहीं जीती है। हालांकि सीटें कम हुई तो भाजपा को विचार करना पड़ सकता है कि 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव और 2017 के विधानसभा चुनाव में मिले समर्थन के बाद अब समर्थन कम क्यों हुआ या समर्थकों का उत्साह क्यों कम हुआ।
कांग्रेस के लिए निराशाजनक हो सकते हैं नतीजे
2017 में भाजपा को साथी दलों समेत सवा तीन सौ सीटें मिली थीं। अगर एक्जिट पोल सही रहे तो कांग्रेस को फिर से बड़ी निराशा हाथ लग सकती है क्योंकि पंजाब में किसी भी एजेंसी ने कांग्रेस की वापसी नहीं दिखाई है। बजाय इसके आम आदमी पार्टी की लहर दिखी जिसमें अलग-अलग एजेंसियों ने 60-100 सीटें दी हैं।
पंजाब में आप ने लगाई बड़ी छलांग
ध्यान रहे कि दिल्ली में कांग्रेस की सरकार को हटाने वाली आप ने कुछ ऐसा ही प्रदर्शन किया था और उसके बाद से कांग्रेस की जमीन लुप्त होती जा रही है। पंजाब में भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के साथ मिलकर एक गठबंधन तैयार किया था और भविष्य की जमीन तैयार करने की कोशिश शुरू हुई थी। पोल में इसका खास असर नहीं दिखा। वहीं विस्तार की कवायद में जुटी आम आदमी पार्टी के लिए पंजाब में बहुमत एक बहुत बड़ी छलांग हो सकती है। अब तक विपक्षी गठबंधनों में दूर-दूर रही आप को इसके बाद नजरअंदाज करना विपक्षी दलों के लिए भी मुश्किल होगा।
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उत्तराखंड में भाजपा-कांग्रेस में कांटे की टक्कर का अनुमान
उत्तराखंड छोटा राज्य है और यहां एक सीट का हेर फेर भी दलों के लिए भारी पड़ता रहा है। एक्जिट पोल भी यहां की तस्वीर साफ नहीं कर पा रहे हैं। कुछ ने भाजपा को बढ़त दी तो कुछ ने कांग्रेस को। मणिपुर में सामान्यत: भाजपा बढ़त में दिख रही है और गोवा में त्रिशंकु की स्थिति है।
ध्यान रहे कि गोवा में इस बार भाजपा और कांग्रेस के साथ-साथ तृणमूल कांग्रेस ने भी स्थानीय दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। कांग्रेस ने तो यह आरोप भी लगाया कि तृणमूल और आम आदमी पार्टी मिलकर भाजपा के खिलाफ विपक्ष की लड़ाई को कमजोर कर रहे हैं।