सीएम योगी के विजन अनुसार, यूपी नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा प्रक्रिया की हुई शुरूआत
सीएडीयूपी के स्टेट ओन्ड फ्लीट में फिलहाल 3 फिक्स्ड विंग्स व 3 रोटर ब्लेड आधारित एयरक्राफ्ट्स का होता है संचालन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश को विकास के नए सोपानों की ओर अग्रसर कर रही योगी सरकार प्रदेश में एविएशन सेक्टर को भी बढ़ावा देने पर फोकस कर रही है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में एविएशन सेक्टर लगातार प्रगति कर रहा है और इस व्यापक प्रसार के मध्य ‘स्टेट ओन्ड एयरक्राफ्ट फ्लीट’ के कुशल संचालन को और प्रभावी बनाने की दिशा में योगी सरकार ने प्रयास शुरू कर दिए हैं।
इस क्रम में, योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश नागरिक उड्डयन विभाग (सीएडीयूपी) को फ्लाइट प्लानिंग एजेंसी के चयन का कार्यभार सौंपा है। इस प्रक्रिया के जरिए इन सभी एयरक्राफ्ट्स के रखरखाव, संचालन समेत फ्लाइट प्लानिंग व फ्लाइट सपोर्ट सर्विसेस को बढ़ावा देने पर फोकस किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि सीएडीयूपी के स्टेट ओन्ड फ्लीट में फिलहाल 3 फिक्स्ड विंग्स व 3 रोटर ब्लेड आधारित एयरक्राफ्ट्स का संचालन हो रहा है।
ऐसे में, इन सर्विसेस के बेहतर समन्वय, संचालन व कार्ययोजना निर्धारण जैसी प्रक्रियाओं को और प्रभावी बनाने की प्रक्रिया पर फोकस किया जा रहा है। योगी सरकार के निर्देंश पर लखनऊ स्थित नागरिक उड्डयन निदेशालय ने राज्य सरकार द्वारा उपयोग किए जाने वाले विमानों की देशभर में उड़ान योजना सेवाओं और उड़ान सहायता सेवाओं से संबंधित सभी गतिविधियों के उचित संचालन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस क्रम में, एक एजेंसी के चयन की प्रक्रिया शुरू की गई है जिसका निर्धारण ई-निविदा प्रक्रिया से पूर्ण किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि सीएडीयूपी का लखनऊ में मेन बेस है जो कि सीएआर-145 से संबंधित मेंटिनेंस आॅर्गनाइजेशन और डीजीसीए अप्रूव्ड सीएएमओ से युक्त है। ऐसे में, नियुक्त होने वाली एजेंसी को स्टेट ओन्ड एयरक्राफ्ट्स के संचालन के दृष्टिगत फ्लाइट प्लान का निर्माण व संकलन करना होगा तथा फ्लाइट आॅपरेशन टाइमलाइन में संबंधित एटीसी कंट्रोल समेत तमाम पहलुओं के समन्वय के कार्य को पूरा करना होगा।
कार्ययोजना के अनुसार, यनित एजेंसी द्वारा फ्लाइट आॅपरेशन की जिन विभिन्न प्रक्रियाओं को अंजाम दिया जाएगा उसमें ग्राउंड हैंडलिंग समेत कई प्रक्रियाओं की पूर्ति शामिल है। इन कार्यों को करने के लिए विशिष्ट प्रकार के एरोप्लेन की उड़ान संचालन के लिए चीफ पायलट से स्वीकृति समेत तमाम कार्यों को पूर्ण करना होगा। सीएडीयूपी द्वारा आवश्यकता पड़ने पर उड़ान सहायता सेवाएं उपलब्ध कराने तथा डीजीसीए (नई दिल्ली) के साथ सभी आवश्यक समन्वय कार्यों को पूरा करना होगा। इसमें पायलट लाइसेंस और अन्य दस्तावेज को जमा व एकत्र कराने समेत कई प्रक्रियाओं पर फोकस किया जाएगा।