बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच बिहार की जनता वादों की बारिश में भीगते नजर आ रहे है। इसी बारिश के बीच इस बार राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने भी अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। इस घोषणा पत्र में भी बिहार की जनता के लिए कई लोकलुभावन वादें हैं। राजधानी पटना में शनिवार को जारी किये गए इस घोषणा पत्र को ‘प्रण हमारा संकल्प बदलाव का’ नाम दिया गया है।
राजद द्वारा जारी किये गए इस संकल्प पत्र में 10 लाख बेरोजगारों को नौकरी देने के साथ ही कई अन्य लोकलुभावन वादों की फेहरिस्त है। इस घोषणा पत्र के बारे में बताते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने बिहार की जनता को 85 फीसदी आरक्षण देने की बात भी कही है। साथ ही शिक्षा बजट पर 22 फीसदी खर्च किया जाएगा।
इसके अलावा तेजस्वी यादव ने एनडीए को निशाने पर भी लिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी वाले बताएं कि उनका मुख्यमंत्री का चेहरा कौन है, नीतीश कुमार हैं? नीतीश कुमार ने तो 10 लाख नौकरियों पर ही हाथ खड़े कर दिए थे कि तो कहां से देंगे। बीजेपी कहां से देगी, नेतृत्व तो नीतीश कुमार कर रहे हैं, तो ये बेवकूफ किसे बना रहे हैं।
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राजद के घोषणा पत्र के प्रमुख वादे-
- नए उद्योगों के लिए नई नीति लाई जाएगी, नए उद्योग स्थापित करने के लिए टैक्स नहीं देगा पड़ेगा।
- संविदा शिक्षकों और उर्दू शिक्षकों की स्थायी नियुक्ति की जाएगी।
- किसान आयोग, व्यावसायिक आयोग, युवा आयोग और खेल आयोग का गठन किया जाएगा।
- राज्य की जीडीपी का 22 प्रतिशत हिस्सा शिक्षा पर खर्च किया जाएगा।
- किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा।
- गांवों को स्मार्ट बनाया जाएगा और सीसीटीवी लगाए जाएंगे।
- बुजुर्गों और गरीबों का पेंशन 400 रुपये प्रति महीने से बढ़ाकर 1000 रुपये प्रति महीने किया जाएगा।
- किडनी मरीजों के लिए मुफ्त डायलासिस की व्यवस्था होगी।
- हर जिले में मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का गठन किया जाएगा।
- पुराने सरकार के आदेश ‘50 साल का उम्र पूरा कर चुके सरकारी कर्मचारी जो ठीक परफॉर्म नहीं करते हैं उन्हें आवश्यक सेवा निवृति दी जाएगी’ के आदेश को वापस लिया जाएगा।