दिल्ली लोकसभा में सेवा विधेयक पर चर्चा जारी है। इस बहस के दौरान, गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि जब विधेयक पेश किया गया था, तो विपक्ष ने कई सवाल उठाए थे। विधेयक को सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ चुनौती माना गया है।
आपको बता दे, इस विषय में विधायकों के बीच भी विवाद हो रहा है। राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने संसद की कार्यवाही को सुचारू बनाने के लिए सभी दलों के नेताओं के साथ बैठक की। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और प्रहलाद जोशी ने भी खरगे से उनके चैंबर में मुलाकात की और सदन को सुचारू रूप से चलाने की कोशिश की।
आपको बता दे, गृहमंत्री अमित शाह ने ‘दिल्ली के बारे में सोचिए, गठबंधन के बारे में नहीं’ यह तंज दिया है, जो इस मुद्दे को और रोचक बना रहा है। दिल्ली को संघ शासित प्रदेश मानते हुए संसद को यहां कानून बनाने का अधिकार है, इसलिए इस मामले में विधेयक का महत्वपूर्ण योगदान है। इस विधेयक के परिणाम सुप्रीम कोर्ट के सामने पहुंच जाना संवेदनशील और महत्वपूर्ण होगा। यह मुद्दा देशवासियों के लिए भी अहम है, इसलिए सभी दलों को सहमति बनाकर इसे चलाने के लिए साथ मिलकर काम करना जरूरी है।
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