भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में दिल्ली पुलिस की एसआईटी (SIT) अपनी जांच पूरी करने वाली है। माना जा रहा है कि बृजभूषण के खिलाफ दर्ज दो मामलों की जांच की ये रिपोर्ट अगले हफ्ते तक कोर्ट में सौंपी जा सकती है। इस बात की जानकारी न्यूज एजेंसी पीटीआई ने दी है। जिसके मुताबिक, एसआईटी ने अब तक अपनी जांच के लिए करीब 180 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की है।
सात महिला पहलवानों ने लगाए आरोप
जाहिर है कि पहलवान खेल मंत्री बृजभूषण शरण सिंह पर सात महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इनमें एक नाबालिग महिला पहलवान भी शामिल है। जिसकी शिकायत पर बृजभूषण के खिलाफ पॉक्सो एक्ट लगाया गया है। इसके बाद से ही कई नामी पहलवान उनके खिलाफ पिछले काफी समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। साथ ही गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
15 जून तक आंदोलन स्थगित करने पर सहमति
इसी मामले में पिछले दिनों पहलवान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे। लेकिन कोई बात नहीं बनी। जिसके बाद बीते दिनों बुधवार (7 जून) को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवानों से बातचीत का न्योता दिया। जिसपर पहलवान उनसे मिलने पहुंचे। पीटीआई के मुताबिक, बातचीत के बाद पहलवान 15 जून तक अपना आंदोलन स्थगित करने पर सहमत हुए हैं। वहीं खेल मंत्री ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि वह बृजभूषण के खिलाफ चल रही जांच को तब तक पूरा कर लिया जाएगा। जसके बाद इसी महीने के आखिरी तक भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव करा लिए जाएंगे।
अगले सप्ताह कोर्ट में पेश की जाएगी रिपोर्ट
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पिछले पाचं दिनों में सरकार और आंदोलनकारी पहलवानों के बीच यह दूसरी बैठक है। इस मामले की जांच दिल्ली पुलिस की एसआईटी कर रही है। SIT ने बृजभूषण के खिलाफ दर्ज दोनों मामलों की जांच लगभग पूरी कर ली है। इकठ्ठा किए गए सभी सबूतों के साथ रिपोर्ट अगले सप्ताह कोर्ट में पेश की जा सकती है। पीटीआई ने एक पुलिस अधिकारी रिपोर्ट के हवाले से लिखा, वर्तमान में जांच चल रही है और इसमें अभी और बयान दर्ज किए जा सकते हैं।
अब तक 180 से ज्यादा लोगों से हुई पूछताछ
पुलिस अधिकारी ने कहा कि SIT ने इस मामले में अब तक शिकायतकर्ताओं, गवाहों, बृजभूषण के सहयोगियों, कर्मचारियों, कर्मचारियों, सहयोगियों और परिवार के सदस्यों सहित 180 लोगों से पूछताछ की है। उन्होंने आगे बताया कि इन लोगों से शिकायतकर्ताओं द्वारा लगाए गए आरोपों और दो एफआईआर में उल्लिखित विशेष घटनाओं के बारे में पूछताछ की गई थी। साथ ही बृजभूषण के अपने सहकर्मियों और सहयोगियों के प्रति रवैये और महिला पहलवानों के साथ उनके व्यवहार के बारे में भी पूछा गया।
जांच में तकनीकी साधनों का भी हो रहा इस्तेमाल
अधिकारी के मुताबिक, एफआईआर में जो लिखा गया है, उसके हिसाब से घटनाओं की टाइमलाइन को भी मिलाने की कोशिश की गई। उन्होंने बताया कि अगर जरूरत पड़ती है तो पुलिस बाकी सबूत को जुटाने के लिए बृजभूषण के दिल्ली और गोंडा स्थित आवास में दोबारा जा सकती है। दरअसल, यह पूरा मामला काफी संवेदनशील है और जांच में सभी तकनीकी साधनों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही कॉल रिकॉर्ड को भी खंगाला जा रहा है।
बृजभूषण के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने खेल मंत्री बृजभूषण के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की हैं। जिसमें पहली प्राथमिकी नाबालिग पहलवान के आरोपों से संबंधित है। जिसके तहत यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम की धारा लगाई गई है। जअबकि दूसरी एफआईआर शील भंग करने से संबंधित है। इसमें बैड टच और सेक्सुअल फेवर, पीछा करना और धमकाने समेत कई आरोप लगाए गए हैं।
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पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, सिंह से पुलिस अब तक दो बार पूछताछ कर चुकी है और दोनों ही मौकों पर उन्होंने अपने खिलाफ सभी आरोपों से इनकार किया और दावा किया कि उन्हें फंसाया जा रहा है।