बर्फबारी जारी रहने और मौसम विभाग की ओर से अगले कुछ दिनों तक सुधार न होने के पूर्वानुमान के मद्देनजर केदारनाथ धाम की यात्रा बुधवार (03 मई) तक के लिए स्थगित कर दी गई. मौसम विभाग (IMD) ने उत्तराखंड में स्थित अन्य उच्च हिमालयी मंदिरों के लिए भी चार मई तक मौसम की ऐसी ही भविष्यवाणी की है. श्रद्धालुओं, विशेष रूप से केदारनाथ की ओर जाने वाले तीर्थयात्रियों को सलाह दी है कि वे जहां हैं, वहीं रहें. रूद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने कहा, ‘मौसम विभाग द्वारा राज्य के कुछ भागों में भारी बारिश और हिमपात का अनुमान जताने के मद्देनजर श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए केदारनाथ यात्रा को बुधवार तक के लिए रोक दिया गया है.’
उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं से मौसम में सुधार होने तक गौरीकुंड और सोनप्रयाग में प्रतीक्षा करने को कहा गया है. इसके बाद वे धाम की यात्रा शुरू कर सकते हैं. केदारनाथ के अलावा अन्य हिमालयी धामों की यात्रा पर आ रहे श्रद्धालुओं को भी खराब मौसम के मद्देनजर एहतियात बरतने की सलाह दी गई है. प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने मंगलवार को केदारनाथ जाकर स्थिति का जायजा लिया तथा श्रद्धालुओं खासतौर से हृदय रोगों से पीड़ित तीर्थयात्रियों से आवश्यक एहतियात बरतने की अपील की.
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कुमार ने तीर्थयात्रियों से सावधान रहने का आग्रह करते हुए कहा कि लगातार हिमपात के बीच 11,000 हजार फुट से ज्यादा ऊंचाई पर ऑक्सीजन का दबाव कम होने की संभावना रहती है. उन्होंने कहा, ‘जिन लोगों को दिल से संबंधित बीमारियां हैं, वे यात्रा के दौरान अपनी दवाइयां साथ रखें जिससे उन्हें कोई समस्या न झेलनी पड़े.’ मंगलवार को केदारनाथ में हिमपात जारी रहा, जबकि गंगोत्री और यमुनोत्री में रूक-रूक कर बारिश होती रही.