भारत में निर्मित वंदे भारत ट्रेन की सभी ट्रेनों का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ही किया जा रहा है। इसी महीने 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश के रीवा आ रहे हैं। ऐसे में संभावना जताई जा रही थी कि रीवा से इंदौर के बीच वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखा सकते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री के दौरे के अधिकृत कार्यक्रमों की घोषणा होने के बाद वंदे भारत ट्रेन के संचालन पर फिलहाल विराम लग गया है। हालांकि प्रधानमंत्री रीवा से ही इंदौर को एक बड़ी सौगात देकर जाएंगे।
प्रधानमंत्री रीवा से देंगे इंदौर को बड़ी सौगात
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 24 तारीख को रीवा से ही वर्चुअल रूप से इंदौर रेलवे स्टेशन के नवनर्माण की आधारशिला रखेंगे। इंदौर रेलवे स्टेशन का निर्माण 1000 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया जाएगा। इसमें इंदौर का शास्त्री ब्रिज भी नया बनाने का प्रस्ताव है। हालांकि अभी इसकी टेंडर प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। रेलवे बोर्ड द्वारा प्रस्ताव को अनुमति देने के बाद टेंडर प्रक्रिया अगले माह से शुरू हो जाएगी।
इंदौर से जबलपुर और इंदौर से रीवा के बीच वंदे भारत ट्रेन चलाने के कयासों पर भी फिलहाल विराम लग चुका है। प्रधानमंत्री मोदी के दौरे को देखते हुए कयास लगाए जा रहे थे कि 24 तारीख को मध्य प्रदेश को दूसरी वंदे भारत ट्रेन मिल सकती है। इसके लिए रतलाम मंडल और जबलपुर रेल मंडल में हलचल भी रही, लेकिन अब प्रधानमंत्री के अधिकृत कार्यक्रमों की घोषणा होने के बाद वंदे भारत ट्रेन के कयास पर विराम लग गया।
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सांसद के पत्र से बड़ी संभावना
विगत दिनों इंदौर के सांसद शंकर लालवानी द्वारा रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को इंदौर रीवा के बीच वंदे भारत ट्रेन चलाने के लिए पत्र लिखा गया था। इसके बाद से ही इंदौर-रीवा के बीच ट्रेन चलाने के कयास लगाए जाने लगे। जबकि पहले से ही इंदौर जबलपुर के बीच वंदे भारत ट्रेन चलाने के लिए तैयारियां की गई थी। इंदौर के कई कर्मचारी इसके लिए ट्रेनिंग पर भी भेजे गए थे, लेकिन बाद में वंदे भारत ट्रेन भोपाल के कमलापति स्टेशन से दिल्ली के बीच शुरू हो गई।