दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री को लेकर सवाल उठाए हैं और उन पर सीधा निशाना साधा है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि प्रधानमंत्री का पढ़ा लिखा होना देश के लिए बहुत जरूरी है। अपने बयान में केजरीवाल ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री का शिक्षित होना जरूरी है क्योंकि उन्हें एक ही दिन में कई बड़े फैसले लेने होते हैं। केजरीवाल ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश ने पीएम मोदी के डिग्री पर संदेश को और बढ़ा दिया है। इसके साथ ही उन्होंने सवाल किया कि अगर प्रधानमंत्री के पास डिग्री है और वह असली है तो दिखाई क्यों नहीं जाती है? उन्होंने यह भी कहा कि किसी का पढ़ा-लिखा या अनपढ़ होना कोई गुनाह नहीं है।
केजरीवाल ने कहा कि पढ़ा लिखा आदमी नाली से गैस निकालने की बात नहीं करेगा। उनके बयान विचलित करने वाले हैं। बारिश में रडार से बचा जाना, ग्लोबल वार्मिंग नाम की कोई बात नहीं, कनाडा में a+b x () वर्ग कहने की कोशिश कर रहे थे। एयरफोर्स, वैज्ञानिक, बच्चों ने जब ये बयान सुने तो उन्हें अटपटा लगा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि गुजरात हाई कोर्ट का ऑडर आया कि पीएम की डिग्री की जानकारी नहीं ले सकते। उन्होंने कहा कि आज़ाद भारत में जानकारी लेना तो हर नागरिक का अधिकार है। कम पढ़ा-लिखा होना गुनाह नहीं है। आज युवा रोज़गार चाहता है, महंगाई से छुटकारा चाहता है। ऐसे में देश का प्रधानमंत्री पढ़ा-लिखा होना चाहिए।
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केजरीवाल ने कहा कि पीएम डिग्री क्यों नहीं दे रहे? उनको या तो अहंकार है या उनकी डिग्री फेख है। आपको बता दें कि गुजरात उच्च न्यायालय ने केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) के 2016 के एक आदेश को शुक्रवार को रद्द कर दिया, जिसमें गुजरात विश्वविद्यालय को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री के बारे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जानकारी उपलब्ध कराने को कहा गया था। अदालत ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख केजरीवाल की आरटीआई अर्जी ‘‘ठोस जनहित विचारों’’ पर आधारित होने के बजाय ‘‘राजनीतिक इरादे वाली और निहित हित’’ से प्रेरित प्रतीत होती है।