क्या अब बदल जाएगा लखनऊ का भी नाम, योगी सरकार के इस कदम से लग रहे कयास

योगी सरकार के सत्ता में आने के बाद से ही उत्तर प्रदेश में जिलों के नाम बदलने को लेकर सियासत हमेशा होती रही है। कुछ दिन पहले ही सपा की ओर से इटावा जिले का नाम बदलकर मुलायम नगर रखने की मांग की गई थी। इसके बाद अब प्रतापगढ़ से बीजेपी सांसद ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर लखनऊ का नाम बदलने की मांग को और गरमा दिया है। हालांकि सरकार पहले ही लखनऊ में चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट के बाहर लक्ष्मण की प्रतिमा लगवाने की घोषणा की थी। दरअसल ऐसी मान्यता है कि “भगवान राम ने इस शहर को भाई को उपहार में दिया था।”

भगवान राम ने लक्ष्मण को सौंपी थी यह नगरी

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद संगम लाल गुप्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का नाम बदलकर ‘लखनपुर’ या ‘लक्ष्मणपुर’ करने का आग्रह किया है। 7 फरवरी को शाह को लिखे पत्र में गुप्ता ने लिखा, “लखनऊ- उत्तर प्रदेश की राजधानी, जो स्थानीय मान्यता के अनुसार त्रेता युग में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम ने अयोध्या नरेश श्री लक्ष्मण जी को भेंट की थी और इस कारण से यह लखनपुर और लक्ष्मणपुर नामित किया गया था। हालांकि, बाद में 48 वीं शताब्दी में, नवाब आसफ-उद-दौला ने इसका नाम बदलकर लखनऊ कर दिया। इसे उसी परंपरा में लखनऊ कहा गया है।

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अमृतकाल में गुलामी के प्रतीकों को हटाना जरूरी

सांसद ने कहा है कि आज गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत के धनी देश में लखनऊ के नवाबों की विलासिता और फिजूलखर्ची की कहानियाँ हमारी आने वाली पीढ़ी को अमृत काल में भी सुनाकर गुलामी का संकेत देना सर्वथा गलत जान पड़ता है।” इसके कारण लॉर्ड डलहौजी ने अवध का अधिग्रहण किया और इसे ब्रिटिश साम्राज्य में विलय कर दिया और नवाब वाजिद अली शाह ने ब्रिटिश अधीनता स्वीकार कर ली।”