शरद पवार और राज ठाकरे में छिड़ी जंग, धार्मिक भावनाओं को भड़काने का लगाया आरोप

महाराष्ट्र में शरद पवार और राज ठाकरे के बीच छिड़ी जुबानी जंग बढ़ती ही जा रही है, ये सियासी युद्ध रुकने का नाम ही नहीं ले रहा. एक तरफ हैं महाविकास अघाड़ी के नेता तो दूसरी तरफ बीजेपी और राज ठाकरे, दोनों के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. कुछ दिन पहले ही राज ठाकरे ने भरी सभा में शरद पवार को नास्तिक बता दिया था. उन्होंने कहा था कि पवार जातिवादी की राजनीति करते हैं।

अब ठाकरे के आरोपों पर एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार का जवाब आया है. शरद ने कहा, ‘ राज ठाकरे के किसी भी बयान को सीरियस लेने की जरूरत नहीं है. वो पांच-छह महीने में एक बार बोलते हैं लेकिन अपने भाषणों में बीजेपी के खिलाफ एक भी शब्द नहीं बोलते हैं. मैं नास्तिक नहीं हूं और मैं कुछ भी दिखावा नहीं करता. कुछ लोग केवल धार्मिक भावनाओं को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं।

बता दें कि कल यानी मंगलवार को ही महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे के खिलाफ ठाणे शहर में एक जनसभा के दौरान तलवार लहराने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. उसी आरोप पर अब एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि ठाकरे के साथ ही पार्टी के ठाणे एवं पालघर जिला प्रमुख अविनाश जाधव तथा ठाणे शहर के अध्यक्ष रवींद्र मोरे के खिलाफ शस्त्र अधिनियम की धारा चार और 25 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

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उन्होंने बताया कि मंगलवार शाम को गडकरी चौक पर आयोजित एक रैली के दौरान पार्टी के स्थानीय नेताओं ने ठाकरे को एक तलवार दी थी जिसे कथित रूप से लहराने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।