दादा अमरीश पुरी की बायोपिक बनाएंगें वर्धन, दर्शकों के सामने पेश करेंगें मोगैम्बो की कहानी

सिनेमा जगत के जाने माने खलनायकों में एक नाम ऐसा भी है जो अपने जाने के इतने सालो बाद भी लोगो के दिलों में अपनी छाप छोड़े हुए हैं। आज हम बात कर रहें हैं उस कलाकार की जो हमारें बीच न होते हुए भी हमारे दिलो में ज़िदा है। हम बात कर रहें मोगैम्बो यानी कि अमरीश पुरी की। भले ही अब अमरीश पुरी हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके दमदार डायलॉग्स आज भी फैंस को दीवाना बनाते हैं। करीब 400 से भी ज्यादा फिल्मों से दर्शकों के दिलो पर अपने अभिनय की अमिट छाप छोड़ने वाले अमरीश पुरी के जीवन पर अब फिल्म बनाने की तैयारियां चल रही हैं।जिसकी तैयारी कोई और नहीं बल्कि उनके पोते वर्धन पुरी कर रहे हैं।

वर्धन पुरी एक्टर के साथ-साथ राइटर भी हैं। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वर्धन ने अमरीश पुरी पर की बायोपिक लिखने और उसमें एक्टिंग करने को लेकर कहा कि एक समय पर ऐसी अफवाहें थीं कि अनुराग बसु और रणबीर कपूर मेरे दादा के जीवन पर एक बायोपिक बनाना चाहते थे। मैंने इसके बारे में अभी सुना और मैं नहीं जानता कि क्या यह सही बात थी, लेकिन मैं इसके बारे में तबसे सोच रहा हूं जब मुझे इसे लेकर एक फोन आया था। उन्होंने कहा कि वास्तव में उनके जीवन पर एक फिल्म लिखने का विचार बहुत अच्छा है। मैं अपने परिवार से इस बारे में बात कर रहा हूं। मेरा परिवार भी इसे लेकर काफी उत्साहित है। मुझे आशा है एक दिन लेजेंड अमरीश पुरी की बायोपिक बना पाऊंगा। वर्धन ने इसके आगे बातया कि वह अपने दादा के आर्टवर्क का हिस्सा बनना पसंद करूंगा। वर्धन आगे कहते है कि, समानांतर सिनेमा में उनका काम काफी सराहनीय है। जैसे सूरज का सातवां घोड़ा, विजेता, पार्टी, आक्रोश, अर्ध सत्य, मंडी और मंथन, इन फिल्मों में उनका काम बेहतरीन है। उनके कमर्शियल और फेमस कामों में मुझे मिस्टर इंडिया, विराट, दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे, नगीना, घातक, गर्दिश, घायल, मेरी जंग, दामिनी जैसी फिल्में पसंद हैं और इंडियाना जोन्स एंड द टेम्पल ऑफ डूम को कैसे भूल सकता हूं। उनके पास ऐसी विविधतापूर्ण फिल्मोग्राफी थी, जिसमें उन्होंने उत्कृष्ट काम किया था।

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फिल्म इंडस्ट्री को अमरीश पुरी ने अपना करीबन 35 साल का वक्त दिया। इन सालों में उन्होनें एक से बढ़कर एक किरदार निभाए। अभिनेता के रूप में निशांत, मंथन और भूमिका जैसी फ़िल्मों से अपनी पहचान बनाने वाले श्री पुरी ने बाद में खलनायक के रूप में काफी प्रसिद्धी पायी। अमरीश पुरी की दमदार आवाज़ और उनके बेहतरीन अभिनय के आगे अच्छे अच्छे हीरो भी शिक्सत हो जाते थे। अमरीश पुरी का 12 जनवरी 2005 को 72 वर्ष के उम्र में ब्रेन ट्यूमर की वजह से उनका निधन हो गया। उनके अचानक हुये इस निधन से बॉलवुड जगत के साथ-साथ पूरा देश शोक में डूब गया था। किसना उनके जीवन की आखिरी फिल्म बन गई जो कि उनके मरणोपरांत रिलीज हुई।