कर्ज मुक्त हो चुका है उप्र राज्य भण्डारण निगम : सहकारिता मंत्री

उ0प्र0 राज्य भण्डारण निगम में दो सहयोगी राज्य सरकार तथा सी0डब्ल्यू0सी0 कार्यकर रहे है, जिनका इसमें 50-50 प्रतिशत का अंश है। प्रारम्भ में दस-दस करोड़ रूपये दोनों सहयोगियों द्वारा दिया गया था तथा इसका 20 प्रतिशत की धनराशि हमको वापस दी जायेगी। साढे़ चार साल में इस भण्डारण निगम ने साढे़ सात करोड़ प्रदेश सरकार को व साढे़ सात करोड सी0डब्ल्यू0सी0 को वापस किया है तथा अब उ0प्र0 राज्य भण्डारण निगम कर्ज मुक्त हो गया है। इस निगम की पूंजी बढ़ रही है और यह निगम फायदे में चल रहा है। निगम की साढे़ चार साल में भंडारण क्षमता को आठ गुना बढ़ाया गया है। यह बातें बुधवार को कानपुर पहुंचे उत्तर प्रदेश सरकार के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने कही।

उत्तर प्रदेश राज्य भण्डारण निगम, कानपुर मण्डल के नवनिर्मित क्षेत्रीय कार्यालय भवन का लोकार्पण बुधवार को राज्य भण्डारण निगम के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने पनकी औद्योगिक क्षेत्र में किया। सहकारिता मंत्री ने कहा कि उ0प्र0 राज्य भंडारण निगम की साढे़ चार साल में भंडारण क्षमता को आठ गुना बढाया गया है तथा सुरक्षित गेहूं व चावल के रख—रखाव को और अधिक सुरक्षित किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों को सुविधा व सहायता देने के लिये इस भण्डार निगम में अन्य भण्डार गृहों से 30 प्रतिशत कम भण्डारण का किराया लिया जाता है।

90 प्रतिशत तक किसान पाएंगे ऋण

इसके साथ ही निगम के समस्त स्वनिर्मित भण्डार गृहों को डब्ल्यू0डी0आर0ए0 में पंजीकरण कराने की कार्यवाही प्रक्रिया शीघ्र की जायेगी। जिनमें से 32 भण्डारगृहों की पंजीकरण की कार्यवाही पूर्ण होने के बाद कृषकों का भंडारण प्रारम्भ हो चुका है। उक्त भण्डार गृहों में किसानों को अपने उपज का भंडारण कराने पर उन्हें निगोशियेबिल वेयर हाउसिंग रसीद दी जायेगी, जिसे बंधक रखकर किसान किसी भी बैंक से 90 प्रतिशत तक का ऋण प्राप्त कर सकते है।

स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार

उन्होंने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की निजी उद्यमियों के प्रदेश में निवेश के लिए चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं के अंर्तगत उत्तर प्रदेश राज्य भण्डारण निगम में पी0ई0जी0 एवं साइलो गोदाम योजना के माध्यम से प्रदेश में करोड़ों के इन्फास्ट्रक्चर निर्मित किये जा रहे है। जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार व आय के साधनों में वृद्धि होगी। वर्तमान में पी0ई0जी0 योजना 2008 के अंर्तगत 6.85 लाख मीट्रिक टन के गोदाम निर्माण व साइलो निर्माण में 1.50 लाख मीट्रिक टन का कार्य किया जा रहा है।

रिकार्ड तोड़ हुआ भण्डारण

उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य भण्डारण निगम के अधिकारियों के सहयोग से वर्ष 2020-21 विश्व आपदा कोविड-19 के चलते निगम के समस्त कर्मचारी द्वारा अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति व मुख्यमंत्री के कुशल मार्गदर्शन में एक रिकार्ड बनाते हुए, 25 मार्च, 2020 से 25 अक्टूबर, 2021 तक अपने गोदामों में 8968570 मीट्रिक टन गेहूं व 5969974 मीट्रिक टन चावल कुल 14938544 मीट्रिक टन खाद्यान्न का भण्डारण किया गया। इसके साथ ही धानमंत्री गरीब योजना के अर्न्तगत 8086063 मीट्रिक टन गेहूं एवं 6641741 मीट्रिक टन चावल कुल 14727804 मीट्रिक टन खाद्यान्न की निकासी दी गयी।

कोरोना काल में लगा आक्सीजन प्लांट

उन्होंने बताया कि निगम द्वारा कोरोना काल में आक्सीजन प्लान्ट भी लगाया है। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों को सुविधा देने के लिये निगम द्वारा किसी कर्मचारी के घर में पुत्री के जन्म लेने पर 5100 रुपये तथा पुत्री की शादी के लिये 21 हजार रुपये की सहायता भी दी जायेगी।

फायदे में चलने वाला पहला निगम

सांसद सत्यदेव पचौरी ने कहा कि उ0प्र0 राज्य भण्डारण निगम प्रदेश का पहला निगम है जो फायदे में चल रहा है, यदि अन्य निगम भी इसी तरह लाभ प्राप्त करें तो प्रदेश की अर्थ व्यवस्था में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि आय को बढ़ाने में भण्डारण निगम का महत्वपूर्ण योगदान है। केन्द्र व प्रदेश सरकार 2022 तक किसानों की आय को दो गुना करना चाहते है। किसानों की आय को बढ़ाने में सहकारिता विभाग की भी महत्वपूर्ण भूमिका है, जिससे किसानों को लाभ होता है।

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यह रहे मौजूद

कार्यक्रम में विधायक गोविन्द नगर सुरेन्द्र मैथानी, अध्यक्ष जिला सहकारी बैंक एस0डी0 परिहार, विशेष सचिव सहकारिता बी0 चन्द्रकला, प्रबन्ध निदेशक, उ०प्र०राज्य भण्डारण निगम, श्रीकान्त गोस्वामी, प्रबन्ध निदेशक आर0एन0एस0एस0 धीरेन्द्र सिंह तथा शिवपाल सिंह परिहार व अन्य निगम के अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहें।