सीएम उद्धव के खिलाफ बयान देकर बुरे फंसे केंद्रीय मंत्री राणे, पुलिस ने किया गिरफ्तार

केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को मारने की कथित धमकी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। राणे को रत्नागिरी के गडवली गांव से अपनी कार में लेकर नासिक और रत्नागिरी पुलिस संगमेश्वर पुलिस स्टेशन पहुंची। राणे के मेडिकल चेकअप के बाद उन्हें न्यायालय में पेश करने की तैयारी की जा रही थी।

राणे की गिरफ्तारी पर नड्डा ने दी प्रतिक्रिया

इधर, भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा है कि राणे की गिरफ्तारी पूरी तरह गैर लोकतांत्रिक है। हम इस गिरफ्तारी से उत्पन्न परिस्थितियों से लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

इसके पहले महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि भारतीय जनता पार्टी राणे के बयान के साथ नहीं है, लेकिन जिस तरह राणे के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है, उससे मुकाबले में पार्टी राणे का साथ देगी। फडणवीस ने कहा था कि नारायण की गिरफ्तारी हुई, तो भी जन आशीर्वाद यात्रा चलती रहेगी।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने भी इसी तरह का बयान देते हुए यह भी आरोप लगाया था कि महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। पार्टी नेताओं ने याद दिलाया कि खुद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे स्वयं इस तरह के बयान देते रहे हैं।

ज्ञातव्य है कि सोमवार को नारायण राणे पर आरोप लगा था कि उन्होंने रायगढ़ जिले के महाड में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने की बात की थी। इसके बाद नासिक जिले के शिवसेना जिला अध्यक्ष सुधाकर बडगुजर ने सायबर पुलिस स्टेशन में राणे के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था। इस पर नासिक जिले के पुलिस उपायुक्त दीपक पांडे ने नारायण राणे को तत्काल गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने का आदेश जारी किया था।

नासिक में मामला दर्ज होने के बाद नारायण राणे की ओर से रत्नागिरी जिला न्यायालय में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन किया गया, जिसे जिला न्यायालय के न्यायाधीश संदीप शिंदे ने ठुकरा दिया था।

इसी तरह नारायण राणे की ओर से उनकी गिरफ्तारी को टालने के लिए उच्च न्यायालय में तत्काल सुनवाई के लिए आवेदन किया गया, लेकिन उच्च न्यायालय ने नारायण राणे के आवेदन पर तत्काल सुनवाई करने से मना कर दिया।

इधर, शिकायत के आधार पर नासिक के पुलिस अधिकारियों ने रत्नागिरी पुलिस अधीक्षक की मदद से नारायण राणे को रत्नागिरी के गडवली गांव से हिरासत में ले लिया। दोनों जिलों की पुलिस उन्हें लेकर संगमेश्वर पुलिस स्टेशन ले आई, जहां उन्हें गिरफ्तार कर लेने की जानकारी दी गई।

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राणे के मेडिकल चेकअप के बाद उन्हें न्यायालय में पेश करने की तैयारी हो रही थी। पुलिस राणे को कोर्ट के लिए लेकर निकली। इसी बीच राणे ने स्वास्थ्य सम्बंधी शिकायत की तो उन्हें फिर से संगमेश्वर वापस लाकर जांच की जा रही थी।

गिरफ्तारी के पहले महाराष्ट्र में नारायण राणे का बयान शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच संघर्ष का मुद्दा बन गया। मुंबई में राणे के आवास और उनके पारिवारिक मिल्कियत वाले मॉल पर शिवसैनिकों ने हिंसक प्रदर्शन भी किए। इस बीच भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने शिवसेना पर सरकार और पुलिस के दुरुपयोग के आरोप लगाए हैं। नेताओं ने कहा कि शिवसेना के लोग पुलिस के संरक्षण में गुंडागर्दी पर उतारू हैं।