योगी सरकार के फैसले को व्यापारियों ने बताया अन्याय, जाहिर किया अपना दर्द

उत्तर प्रदेश की सत्तारूढ़ योगी सरकार द्वारा राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के आदेशों के पालन के क्रम में लिए गए फैसले ने पटाखा व्यापारियों के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी कर दी है। दरअसल, दीपावली के दो दिन पहले योगी सरकार द्वारा आतिशबाजी की बिक्री एवं प्रयोग पर प्रतिबंध लगाए जाने से प्रदेश में हजारों आतिशबाजी के व्यापारियों के सामने पूंजी डूबने एवं कर्ज में डूबने का संकट खड़ा हो गया है। इस बात को लेकर व्यापारियों में खासा रोष नजर आ रहा है।

योगी सरकार के फैसले पर फूटा व्यापारियों का गुस्सा

योगी सरकार के फैसले पर रोष व्यक्त करते हुए उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्ता ने कहा कि यदि यह प्रतिबंध लगाना था तो 1 माह पूर्व लगाना चाहिए था। प्रदेश में हजारों पटाखा व्यापारियों ने अपनी छोटी-छोटी पूंजी लगा कर माल खरीद लिया है। ऐसे में इस प्रतिबंध से उन आतिशबाजी व्यापारियों के सामने अपनी पूंजी डूबने का संकट खड़ा हो गया है।

व्यापारी नेता संजय गुप्ता ने कहा कि उन व्यापारियों की हालत और ज्यादा खराब हो जाएगी, जिन्होंने कर्ज लेकर के माल खरीदा है। उन्होंने कहा कि सरकार को कुछ नियमों के साथ इसमें छूट देनी चाहिए नहीं तो आतिशबाजी के व्यापारी भारी संकट में आ जाएंगे।

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आपको बता दें कि एनजीटी ने अपने आदेश में कहा कि जिन शहरों में हवा की गुणवत्ता सही है वहां केवल ग्रीन पटाखों को ब्रिकी और इस्तेमाल किया जा सकते हैं और इसके लिए सिर्फ 2 घंटे का समय दिया गया है। यह छूट दिवाली, छठ पूजा, क्रिसमस और नए साल के लिए दी गई है। बीते दिनों आई एक रिपोर्ट में राजधानी लखनऊ की हवा को दिल्ली से भी ज्यादा प्रदूषित बताया गया था।