RSS और सावरकर पर राहुल गांधी के इस बयान से सियासी हंगामा मचना तय, जानिए क्या कहा

कर्नाटक के तुमकुर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने बीजेपी और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मेरी समझ के मुताबिक आरएसएस (RSS) अंग्रेजों की मदद करते थे और सावरकर को अंग्रेजों से वजीफा मिल रहा था. ये ऐतिहासिक तथ्य है. स्वतंत्रता संग्राम में भाजपा कहीं नहीं थी.भाजपा ऐसे तथ्यों को छिपा नहीं सकती. कांग्रेस और उसके नेताओं ने आजादी के लिए लड़ाई लड़ी है. राहुल गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा 2024 के चुनावों के लिए नहीं है. हम भाजपा, आरएसएस द्वारा किए जा रहे देश विभाजन के खिलाफ लोगों को एकजुट करना चाहते हैं.

उन्होंने कहा कि हम नई शिक्षा नीति का विरोध कर रहे हैं क्योंकि यह हमारे देश के हित में नहीं है. यह हमारे इतिहास को विकृत करती है. यह कुछ लोगों के हाथ में शक्ति केंद्रित करता है. हम एक विकेंद्रीकृत शिक्षा प्रणाली चाहते हैं जो हमारी संस्कृति को दर्शाती है. जब राहुल गांधी से पूछा गया कि बीजेपी की तरफ से आरोप लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस PFI का समर्थन कर रही है. इस उन्होंने कहा कि इससे फर्क नहीं पड़ता कि नफरत फैलाने वाले व्यक्ति कौन हैं और किस समुदाय से आते हैं. नफरत और हिंसा फैलाना एक राष्ट्र-विरोधी कार्य है और हम हर उस व्यक्ति के खिलाफ लड़ेगे जो नफरत फैलाएगा.

राहुल गांधी ने कहा कि गौतम अडानी ने राजस्थान को 60,000 करोड़ रुपये का प्रस्ताव दिया, ऐसे प्रस्ताव को कोई भी मुख्यमंत्री मना नहीं करेगा. राजस्थान के मुख्यमंत्री ने अडानी को कोई तरजीह नहीं दी या अपने (गौतम अडानी के) व्यवसाय में मदद करने के लिए अपनी राजनीतिक शक्ति का उपयोग नहीं किया. राहुल गांधी ने कहा कि मैं इस बात का विरोध करता हूं कि बीजेपी सरकार ने भारत में हर कारोबार में 2-3 लोगों को इजारेदार बना दिया है, मैं पूंजी की इस एकाग्रता के खिलाफ हूं, मैं व्यापार या सहयोग के खिलाफ नहीं हूं.

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कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के बाद भी पार्टी पर गांधी परिवार के दबदबे की आशंकाओं के बीच राहुल गांधी ने कहा कि दोनों उम्मीदवारों में से किसी को भी रिमोट से नियंत्रित नहीं किया जा सकता. राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर की उम्मीदवारी पर कहा कि वे कद्दावर और अच्छी समझ रखने वाले लोग हैं. राहुल गांधी समेत 35 नेता 17 अक्टूबर को पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के लिए ‘भारत जोड़ो’ यात्रा से संबंधित विश्राम शिविर में ही मतदान करेंगे.