कांग्रेस की दिग्गज नेता ने छोड़ा तीन दशकों का साथ, बढ़ जाएगी ममता की ताकत

अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने सोमवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। सुष्मिता ने इसका कारण नहीं बताया है लेकिन उन्होंने नई पारी की शुरुआत की बात कही है। बताया जा रहा है कि असम में कांग्रेस का मुख्य चेहरा रहीं पूर्व सांसद सुष्मिता देव ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर तृणमूल कांग्रेस का दामन थामने का मन बना लिया है।

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर दिया इस्तीफा

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में सुष्मिता देव ने कहा कि वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ अपने तीन दशक लंबे जुड़ाव को हृदय में बसाये हुए हैं। वह इस अवसर पर पार्टी और उसके सभी नेताओं, सदस्यों और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देती हैं जो उनकी यादगार यात्रा का हिस्सा रहे। उन्होंने सोनिया गांधी के मार्गदर्शन के लिए उनका धन्यवाद दिया है।

उधर, तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि सोमवार को देव कोलकाता पहुंच रही हैं। यहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी से मुलाकात करेंगी। आज ही उनके तृणमूल में शामिल होने की संभावना है।

देव ने अपने ट्विटर से जुड़ी जानकारी में बदलाव कर दिया है। राहुल के साथ रेप पीड़िता के परिजनों की तस्वीर साझा करने के लिए उनका खाता अस्थाई तौर पर बंद कर दिया गया था। सुष्मिता वरिष्ठ नेता संतोष मोहन देव की बेटी हैं। वह बराक घाटी क्षेत्र में पार्टी की बड़ी नेता और बंगाली भाषी लोगों का एक बड़ा चेहरा हैं।

उनके इस्तीफे पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल की ओर से प्रतिक्रिया आई है। सुष्मिता देव ने हमारी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। जब युवा नेता चले जाते हैं तो हम वरिष्ठों को इसे मजबूत करने के हमारे प्रयासों के लिए दोषी ठहराया जाता है। पार्टी आंखें बंद कर आगे बढ़ती रहती है।

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कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने सुष्मिता के इस्तीफे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने सवाल पूछा है और कहा है कि उनके साथी इस छोटे से पत्र से ज्यादा उनसे अधिक स्पष्टीकरण चाहते हैं।