“काम बोलता है” नारा तो चला नहीं अलबत्ता पार्टी जरूर “बोल” गई : सिद्धार्थनाथ

लख़नऊ। प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा है कि सपा की राजनीति की बुनियाद ही झूठ, पाखंड, फ़रेब, बहकावा, नफ़रत, हिंसा, नकारात्मकता और धोखाधड़ी रही है। बेचारे अखिलेश यादव को जब कुछ नहीं सूझा तो अपनी इस पहचान को भाजपा पर थोपने की असफल कोशिश कर रहे हैं।

मालूम हो कि एक ट्वीट में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लिखा है कि भाजपा की झूठ, पाखंड, फ़रेब, बहकावे-भटकावे, नफ़रत, हिंसा, नकारात्मकता और धोखाधड़ी से भरी राजनीति को जनता अब सड़क पर लेकर आ रही है। भाजपा की सबसे बड़ी समस्या ये है कि वो जितना ज़्यादा प्रचार कर रही है लोग उतने ही ज़्यादा उसके ख़िलाफ़ होते जा रहे हैं।

सिद्धार्थनाथ ने मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि भाजपा के प्रचार की प्रतिक्रिया में जनता के खिलाफ होने की तो यह भी आपका अनुभव ही बोल रहा है। पिछले चुनाव में आपका नारा था, काम बोलता है। काम तो बोला नहीं क्योंकि वह तो सिर्फ नारे में था, जमीन पर नहीं। लिहाजा पिछले विधानसभा चुनाव में आपकी पार्टी ही बोल गई। बावजूद इसके आप न जाने किस मुगालते में जी रहे हैं। जनता में आप कहीं नहीं हैं। आपका वजूद सिर्फ ट्वीटर तक ही सिमट कर रह गया है। सिद्धार्थ नाथ ने कहा कि अखिलेश इस कदर आत्ममुग्ध हैं कि उन्हें पाँव तले की खिसक चुकी जमीन नहीं दिखती। दिखती है तो सिर्फ भाजपा की बुराई। उस भाजपा से जिससे आपका और आपकी पार्टी का कोई मुकाबला ही नहीं है।