अयोध्या के साधु ने कहा- ज‍िस थ‍िएटर में लगे पठान उसे फूंक दो

शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की फिल्म पठान (Pathan) का चारों तरफ विरोध हो रहा है। दरअसल, इस फिल्म के गाने ‘बेशरम रंग ‘ में अभिनेत्री दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) भगवा रंग की बिकिनी पहने हुए हैं। दीपिका के भगवा रंग की बोल्ड ड्रेस पहनने पर ही विवाद हो रहा है। इस बीच अयोध्या हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि जिस थिएटर में यह फिल्म लगे उसे फूंक दो।

राजू दास ने कहा, “जिस प्रकार से शाहरुख खान की लगातार एक नहीं बल्कि अनेक बार सनातन धर्म संस्कृति की मजाक उड़ाने में सहभागिता उनकी रही है। तत्काल देख लीजिए दीपिका पादुकोण को क्या जरूरत था बिकनी के रूप में भगवा रंग पहनने की। प्रदर्शन करना आस्था को ठेस पहुंचाना हो गया और कुछ नहीं ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिए।” उन्होंने आगे कहा, “मैं तो कहता हूं दर्शकों से कि ऐसी पिक्चर का बहिष्कार करो जिस थिएटर में लगे उसको फूंक दो। ये मानने वाले नहीं है जैसे को तैसा करना पड़ता है। दुष्टों के साथ दुष्टता का व्यवहार नहीं करोगे तो उनके ऊपर कंट्रोल नहीं लगा सकते।”

शाहरुख खान लगातार करते रहते हैं हिंदू संस्कृति और सनातन धर्म का अपमान- महंत राजू दास

अयोध्या हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने विवादित बयान देते हुए कहा कि शाहरुख खान (Shahrukh Khan) लगातार हिंदू संस्कृति और सनातन धर्म को लेकर कुछ ऐसा करते रहते हैं, जिससे उसका अपमान हो रहा है। यही नहीं राजू दास ने खुलेआम लोगों को भड़काते हुए कहा कि वह ना सिर्फ फिल्म का बहिष्कार करें बल्कि जिस थिएटर में पठान फिल्म लगे उसे ही आग लगा दे। उन्होंने कहा कि अगर आग नहीं लगाएंगे तो यह लोग मानने वाले नहीं हैं।

यह भी पढ़ें: संसद में फिर उठा तवांग झड़प का मामला, खरगे का आरोप- चीन पर बोलने का मौका नहीं दिया गया

बॉलीवुड उड़ाता है सनातन धर्म-संस्कृति का मजाक- बोले महंत राजू दास

महंत राजू दास ने कहा, “बॉलीवुड-हॉलीवुड लगातार इस कोशिश में रहता है कि किस तरह सनातन धर्म-संस्कृति का मजाक उड़ाया जाए। हिंदू देवी-देवताओं का किस प्रकार अपमान किया जाए। साधु संतों का रंग, राष्ट्र का रंग, देश का रंग, सनातन संस्कृति का रंग भगवे का जिस प्रकार से पठान पिक्चर में दीपिका पादुकोण द्वारा एक बिकिनी के रूप में हमारी आत्मा को ठेस पहुंचाई जा रही है यह बहुत दुखद है। मुझे लगता है कि देश में लगभग सभी लोगों के मन में भाव है।”