सरकारी प्रसार माध्यमों का बदलता चेहरा, संसद टीवी का शुभारंभ

नई दिल्ली। विकल्प शर्मा

उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुध को संयुक्त रूप से लोकसभा टीवी और राज्यसभा टीवी को मिलाकर बनाए गए ‘‘संसद टीवी’’ की शुरुआत की। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज का दिन भारतीय संसदीय व्यवस्था में एक और महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ रहा है।

उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुध को संयुक्त रूप से लोकसभा टीवी और राज्यसभा टीवी को मिलाकर बनाए गए ‘‘संसद टीवी’’ की शुरुआत की. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज का दिन भारतीय संसदीय व्यवस्था में एक और महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आज देश को संसद टीवी के रूप में संचार और संवाद का एक ऐसा माध्यम मिल रहा है, जो देश के लोकतंत्र और जनप्रतिनिधियों की नई आवाज के रूप में काम करेगा. उल्लेखनीय है कि फरवरी, 2021 में लोकसभा टीवी और राज्यसभा टीवी के विलय का फैसला लिया गया था और मार्च, 2021 में संसद टीवी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) की नियुक्ति की गई थी।

सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी रहेगा संसद टीवी

प्रधानमंत्री ने कहा कि तेजी से बदलते वक्त में मीडिया और टीवी चैनलों की भूमिका भी बहुत तेजी से बदल रही है और 21वीं सदी तो विशेष रूप से संचार और संवाद के जरिए क्रांति ला रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे में स्वाभाविक हो जाता है कि संसद से जुड़े चैनल भी इन आधुनिक व्यवस्थाओं के हिसाब से खुद को बदलें. मुझे खुशी है कि संसद टीवी के तौर पर आज एक नई शुरुआत हो रही है. अपने नए अवतार में यह सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी रहेगा। इसका अपना एक एप भी होगा. उन्होंने कहा कि भारत के लिए लोकतन्त्र केवल एक व्यवस्था नहीं है, एक विचार है. भारत में लोकतंत्र, सिर्फ संवैधानिक स्ट्रक्चर ही नहीं है, बल्कि वो एक स्पिरिट है।