तालिबान ने अफगानिस्तान पर किया कब्ज़ा, राष्ट्रपति गनी ने छोड़ दिया देश

अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी काबुल में तालिबान के बढ़ते प्रभाव के बाद देश छोड़कर चले गए हैं। आंतरिक मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अशरफ गनी ताजिकिस्तान के लिए रवाना हुए हैं। इस बीच काबुल हवाई अड्डे पर अमेरिकी सेनाओं की सुरक्षा में यूरोपीय देशों के राजनयिक दर्जनों जहाजों से रवाना हो रहे हैं। राजधानी काबुल में चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल है। सड़कों, एयरपोर्ट, बाजार आदि में हर तरफ लोगों के चेहरों पर दहशत पसरी है। काबुल में नाइट कर्फ्यू लगाकर रात 9 बजे के बाद लोगों से घर के बाहर ना निकलने की अपील की जा रही है।

तालिबान को सत्ता हस्तांतरित करने के लिए हुई बातचीत

तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद का कहना है कि लूट और अराजकता को रोकने के लिए उनकी सेना काबुल के कुछ हिस्सों में प्रवेश करेगी और उन चौकियों पर कब्जा कर लेगी जिन्हें सुरक्षा बलों ने खाली करा लिया है। शहर के लोगों से हमारी अपील है कि वो हमारे शहर में आने से घबराएं नहीं। तालिबान रविवार को हर तरफ से काबुल में प्रवेश कर चुका है। इसके बाद रविवार को नई अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में अली अहमद जलाली के साथ अफगान प्रेसिडेंशियल पैलेस में तालिबान को सत्ता हस्तांतरित करने के लिए बातचीत हुई। तालिबान के प्रवक्ता का कहना है कि वह ‘अगले कुछ दिनों’ में अफगानिस्तान में सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण चाहता है। अली अहमद जलाली को नई अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया जा सकता है।

यूरोपीय देशों के राजनयिक दर्जनों जहाजों से रवाना

दूसरी तरफ अफगानिस्तान में फंसे विदेशियों को निकालने के लिए उनके देश की सरकारें सक्रिय हो गईं हैं। भारत ने भी अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए एक विशेष विमान भेजा था। एयर इंडिया ए320 एआई-224 की फ्लाइट आज काबुल से 129 यात्रियों को लेकर दिल्ली पहुंच गई है। काबुल हवाई अड्डे पर अमेरिकी सेनाओं की सुरक्षा में यूरोपीय देशों के राजनयिक दर्जनों जहाजों से रवाना हो रहे हैं। कनाडा ने अफगानिस्तान से राजनायिक रिश्ते को लेकर दूरी बना ली है। कनाडा ने अपने डिप्लोमेटिक ऑपरेशन सस्पेंड कर दिए हैं।

पाकिस्तान ने अफगान सीमा पर चमन बॉर्डर खोला

अफगानिस्तान के कई नेता पाकिस्तान पहुंचे हैं जिन्हें इस्लामाबाद एयर पोर्ट पर देखा गया है। अफगान-पाकिस्तान सीमा पर चमन बॉर्डर शरणार्थियों के लिए खोल दिया गया है जहां से हज़ारों अफ़ग़ान शरणार्थी पाकिस्तान की ओर कूच कर रहे हैं। कई नागरिक देश छोड़कर भागना चाह रहे हैं जिसकी वजह से अफगानिस्तान की सड़कों पर भीषण जाम लग गया है। तमाम देशों ने काबुल की उड़ानों को रद्द कर दिया है। इधर, अमेरिका भी अपने दूतावास से राजनयिकों को हेलीकॉप्टर से निकाल रहा है। अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति सालेह ने कहा कि मैं देश छोड़कर बाहर नहीं जाऊंगा।

काबुल में अफरातफरी, सड़कों पर दहशत

लगभग 100 से अधिक दिनों से जारी संघर्ष के बाद तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा जमाया है। इन सबके बीच काबुल में अफरातफरी का माहौल है। राजधानी काबुल की सड़कों, एयरपोर्ट, बाजार आदि में हर तरफ लोगों के चेहरों पर दहशत पसरी है। अफगानिस्तान की राजधानी में सड़कों पर गाड़ियों की लंबी कतार नजर आ रही है। सड़क पर लंबा जाम दिखाई दे रहा है। लोग अपने लिए सुरक्षित ठिकाना खोजते नजर आ रहे हैं। देश से भागने की कोशिश कर रहे काबुल हवाई अड्डे पर लोगों की भीड़ के कारण ट्रैफिक जाम हो गया है।

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