‘अमेरिका में की थी जासूसी’, चाइनीज कंपनी का कबूलनामा; नाम बदलकर आज भी भारतीय यूजर्स की जासूसी कर रहे हैं ये चीनी APPS

आपको चीनी App “Tiktok” याद होगी… चीनी कंपनी Bytedance की इस App को वर्ष 2020 में भारत सरकार ने चीन पर अपनी पहली डिजिटल स्ट्राइक के दौरान बैन कर दिया था क्योंकि इस App पर आरोप था कि ये App यूज़र्स के डेटा को अवैध रूप से Access करती है और उनकी जासूसी करती है…. इन आरोपो को उस समय इस चीनी App ने नकार दिया था…और दावा किया कि था कि उसकी App किसी भी यूजर की ना ही जासूसी करती है और ना ही जासूसी करके जानकारी चीन की सरकार को देती है….जासूसी के यही आरोप कंपनी पर अमेरिका और यूरोप में लगाते आए हैं…अमेरिका में तो वर्षो से इस App पर भारत की तर्ज पर बैन लगाने की मांग चल रही है…. लेकिन कंपनी ने हर बार जासूसी के आरोपों को नकार दिया….

लेकिन कहते हैं ना झूठ कितना भी बड़ा क्यों ना हो, एक ना एक दिन सच के सामने हार स्वीकार ही कर लेता है…ऐसा ही हुआ Tiktok के मामले में…जब Tiktok और उसकी मालिक कंपनी Bytedance ने हमारे सहयोगी Zee News को ईमेल के जरिये अपना कबूलनामा भेजा और स्वीकार किया कि उसके कुछ कर्मचारियों ने अमेरिका में पत्रकारों और कुछ खास लोगों की जासूसी की थी… अपनी अंदरूनी जांच में जसूसी के आरोपों की पुष्टि होने के बाद Tiktok के मुताबिक उसने जासूसी करने वाले इन कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है और भविष्य में ऐसा दोबारा ना हो इसके लिए नए Protocol बनाये गए हैं.

अब आपको पूरा घटनाक्रम समझाते हैं, असल मे कई अमेरिकी पत्रकारों ने Tiktok और चीन की सरकार के बीच सीधे सम्बन्धों को उजागर किया था. अपनी रिपोर्ट्स में इन पत्रकारों ने बताया था कि कैसे Tiktok में काम करने वाले सैकड़ों कर्मचारी या तो आज भी चीन की सरकारी मीडिया एजेंसियों के लिए काम करते हैं या फिर पहले करते थे. इन रिपोर्ट्स के बाद Tiktok ने “Project Raven” नाम का एक जसूसी अभियान चलाया और अमेरिका के कई मीडिया हाउसेज के पत्रकारों की जासूसी शुरू कर दी, ताकि उन्हें पत्रकारों के सूत्रों के बारे में पता चल सके. अपने इस जासूसी अभियान में Tiktok ने इन पत्रकारों के फोन में मौजूद निजी जानकारी से लेकर Ip address तक अवैध रूप से access किया था.

इसी वर्ष अक्टूबर में जसूसी उजागर होने के बाद पहले तो Tiktok ने सभी आरोप खारिज कर दिए, अमेरिका की संसद तक मे झूठे दावों के साथ आरोपों को खारिज कर दिया लेकिन झूठ का अंत कभी ना कभी तो होता है ऐसे में 23 दिसम्बर को दोपहर 4 बज कर 24 मिनट पर Tiktok और Bytedance के प्रवक्ता ने Zee Media संवाददाता शिवांक मिश्रा को मेल भेज कर जासूसी के आरोपो को स्वीकार लिया और कहा कि यह उनके कर्मचारियों द्वारा किया गया एक बेहद बड़ा दुरुपयोग था, साथ ही इस अभियान में हिस्सा लेने वाले सभी कर्मचारियों को Bytedance ने निकाल दिया है….

चीनी apps भेष बदल कर playstore पर फिर आए वापस

गलवान में हुई हिंसक झड़प के बाद भारत ने चीन की जिन Apps को डिजिटल स्ट्राइक करके बैन कर दिया था उसमें से कई Apps फिरसे वापस App Store और आपके फोन में आ चुकी हैं और हो सकता है कि आप उन्हें भारतीय App समझ कर अपने फोन में Download भी कर चुके होंगे. हमारी पड़ताल में हमने पाया कि नाम बदल कर Play Store पर वापसी करने वाली इन Apps ने इस बार हिंदी नाम रखे हैं, App Developer का भी नाम बदल दिया और About Apps के Column में भारत का झंडा रख कर यह मैसेज देने की कोशिश की है कि ये तो भारतीय App हैं.

सबसे पहले आपको Share IT app के बारे में हम आपको बताते हैं.आप मे से लगभग सभी Android user इस App से परिचित होंगे और प्रतिबंध से पहले अपने डेटा को ट्रांसफर करने के लिए इस App का प्रयोग भी करते होंगे. 29 जून 2020 को चीन पर पहली Digital Strike के दौरान भारत सरकार ने इस Share It app को भारतीयों का डेटा चुरा कर चीन पहुंचाने के आरोप में बैन कर दिया था.

लेकिन हमारी पड़ताल के दौरान हमने पाया कि यह चीनी App Share it, डिजिटल स्ट्राइक के महज कुछ ही दिनों के बाद जुलाई 2020 मे Share Kro के नाम से नाम और Developer बदल कर फिरसे Play Store पर आ गयी है और 10 करोड़ से ज्यादा भरतीय इसे भारतीय App समझ कर डाउनलोड भी कर चुके हैं. जहां प्रतिबंधित share it app के developer का नाम Smart Media4U Technology था तो बदले हुए नाम Share Kro के developer का नाम Share kro Team रखा गया और play store पर इसका प्रचार India”s share App नाम से किया जा रहा है ताकि भारतीयों को लगे कि ये तो भारत की App है.

यूजर्स की आंखों में झोंक रहे हैं धूल

कुछ चीनी Apps, भेष बदल गए, नए नाम और नई पहचान के साथ आज App Store स्टोर पर मौजूद हैं इसके अलावा जासूसी कबूल करने वाली Bytedance कंपनी की App है लेकिन Digital Strike के दौरान नाम और developer अलग होने की वजह से बच गयी… यह App है “Resso”.. यह App भी चीनी कंपनी Bytedance की App है और करोड़ो लोग इसे डाउनलोड कर चुके हैं. App को Bytedance ने Moon Dance Video Inc नाम के developer के नाम से रजिस्टर करवाया था, ऐसे में Tiktok के कबूलनामे के बाद अब इस App पर भी सवालिया निशान उठ रहे हैं. Resso की तरह ही चीनी कंपनी Bigo Technology की Noizz app भी आज भी App Store पर मौजूद है और Noizz Team developer के नाम से यूजर्स की आंखों में धूल झोंक रही है.

यह भी पढ़ें: देवकीनंदन महाराज को सउदी अरब से मिली जान से मारने की धमकी, समुदाय विशेष के खिलाफ ना बोलने की चेतावनी

चीन की यह चालबाज़ी सिर्फ Apps तक ही सीमित नही है बल्कि विश्व के कई देश जैसे अमेरिका जहां चीन विरोधी माहौल है, वहां चीन अपना माल “Made For America” के नाम से इसी Modus ओपेरंडी के तहत बेच रहा है. धक्के मार कर भगाने के बाद भी, जो चीनी apps भेष बदल कर playstore पर या फिर आपके मोबाइल फोन में आ गयी हैं उन्हें प्यार आपसे नही आपके डाटा से है.. ऐसे में सलाह यही है कि इन्हें तुरन्त डिलीट कर दें.