स्पाइसजेट का अयोध्या के बाद और पर्यटन, धार्मिक स्थलों को अपने नेटवर्क से जोड़ने का इरादा

स्पाइसजेट का अयोध्या के बाद और पर्यटन, धार्मिक स्थलों को अपने नेटवर्क से जोड़ने का इरादा

एयरलाइन जल बंदरगाहों के लिए बुनियादी ढांचे के विकास का इंतजार कर रही है।

नयी दिल्ली । एयरलाइन कंपनी स्पाइसजेट का इरादा अयोध्या के बाद अगले दो साल में अपने कारोबार का विस्तार करने और लक्षद्वीप सहित विभिन्न पर्यटन और धार्मिक स्थलों के बीच ‘संपर्क’ बढ़ाने का है। स्पाइसजेट के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने यह जानकारी दी है।

सिंह ने कहा कि स्पाइसजेट की योजना समुद्री विमान (सीप्लेन) का संचालन करने की भी है। एयरलाइन जल बंदरगाहों के लिए बुनियादी ढांचे के विकास का इंतजार कर रही है।सिंह ने एक सवाल के जवाब में कहा,मुझे लगता है कि यह विस्तार करने का समय है। स्पाइसजेट अगले दो साल में अपने कारोबार का विस्तार करने की पूरी कोशिश करेगी। हम कई पर्यटन स्थलों, धार्मिक पर्यटन, चिकित्सा पर्यटन, लक्षद्वीप जैसे स्थानों को जोड़ना चाहते हैं।

सिंह के अनुसार, एयरलाइन के पास पहले से ही सीप्लेन के परिचालन का लाइसेंस है। कंपनी कई गंतव्यों को सीप्लेन सेवाओं के जरिये जोड़ने पर काम कर रही है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और राज्यमंत्री वी के सिंह ने गत एक फरवरी को संयुक्त रूप से स्पाइसजेट की अयोध्या को आठ शहरों से जोड़ने वाली सीधी उड़ान सेवा का उद्घाटन किया था।

अपने नेटवर्क के माध्यम से अयोध्या को अधिक स्थानों से जोड़ने की कंपनी की योजना के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा कि आज हर बड़ा और छोटा शहर अयोध्या के साथ ‘कनेक्टिविटी’ चाहता है। इसलिए इनपर काम चल रहा है।उन्होंने कहा,मुझे लगता है कि आज हर एयरलाइन अधिक से अधिक उड़ानों के साथ अयोध्या से जुड़ना चाहती है। मुझे लगता है कि जल्द ही सरकार को अयोध्या में हवाई अड्डे का विस्तार करना होगा।उन्होंने कहा, इसमें कोई संदेह नहीं है कि अयोध्या दुनिया के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक होगा। जैसे आप वेटिकन या मक्का के बारे में सुनते हैं। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि अयोध्या दुनिया का सबसे बड़ा पर्यटन स्थल बन जाएगा।

सिंह ने आगे कहा कि हवाई मार्ग से ढुलाई में बड़े पैमाने पर तेजी देखी जा रही है और स्पाइसजेट न केवल देश के भीतर बल्कि दुनियाभर के बड़े वाणिज्यिक केंद्रों सहित विदेशों में भी बड़े आकार के विमान का उपयोग करके ढुलाई सेवाएं शुरू करना चाहती है। उन्होंने कहा कि कंपनी का इरादा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर सूचीबद्धता प्रक्रिया को जल्द पूरा करने का भी है।