तालिबान की तारीफ़ करने वाले सपा सांसद ने सुर बदले, मुकदमा दर्ज होते ही लिया यूटर्न

बीते दिनों तालिबान की तुलना स्वतन्त्रता सेनानियों से करने वाले सपा सांसद शफीकुर्रहमान के बोल अब बदलते नजर आ रहे हैं। दरअसल, इस विवादित बयान की वजह से देशद्रोह का मुकदमा झेलने के बाद सपा सांसद ने अब यूटर्न ले लिया है। अपने खिलाफ मुकदमा दर्ज किये जाने के बाद शफीकुर्रहमान ने कहा है कि उन्होंने ऐसा कोई बयान दिया ही नहीं। ये बिल्कुल गलत है।

सपा सांसद ने पेश की सफाई

अपने बयान पर सफाई देते हुए सपा सांसद बर्क ने कहा कि मैंने ऐसा कोई भी बयान नहीं दिया है। ये गलत है। मैंने कहा था कि मैं इस मुद्दे पर कुछ नहीं कह सकता, उस मुल्क से या तालिबान से मेरा क्या संबंध है। उन्होंने कहा कि मैं न तालिबान के साथ हूं और न ही उसकी सराहना करता हूं। उन्होंने अपने ही शब्दों से पलटते हुए कहा कि मैंने इस संबंध में कोई बयान दिया ही नहीं।

आपको बता दें कि बीते दिन सपा सांसद शफीकुर्रहमान ने अपने एक बयान में तालिबानी आतंकियों को देश के स्वतंत्रता सेनानियों की तरह बताया था। उन्होंने अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा किये गए कब्जे को सही करार देते हुए इसे आजादी की लड़ाई करार दिया था।  

सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा था  कि अफगानिस्तान की आजादी अफगानिस्तान का अपना मामला है। अफगानिस्तान में अमेरिका की हुक्मरानी क्यों? उन्होंने कहा कि तालिबान वहां की ताकत है। अमेरिका, रूस के तालिबान ने पैर नहीं जमने दिए। तालिबान की अगुवाई में अफगान आजादी चाहते हैं। भारत में भी अंग्रेजों से पूरे देश ने लड़ाई लड़ी थी। रहा सवाल हिंदुस्तान का तो यहां कोई कब्जा करने अगर आएगा उससे लड़ने को देश मजबूत है।

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उसके इस बयान के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए संभाल के बीजेपी नेता राजेश सिंघल ने सपा सांसद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। संभल के एसपी ने बताया था कि हमें शिकायत मिली है कि सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने तालिबान की तुलना भारत के स्वतंत्रता सेनानियों से की है। ऐसे बयान देशद्रोह की श्रेणी में आते हैं। इसलिए उनके खिलाफ धारा 124ए (देशद्रोह), 153ए, 295 आईपीसी के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। दो अन्य लोगों ने फेसबुक में एक वीडियो में ऐसी ही बातें कहीं, उन पर भी मामला दर्ज किया गया है।