सोनिया गांधी की फिर से ईडी के सामने पेशी, भारी पुलिस बल किया गया तैनात

कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी मंगलवार (26 जुलाई) की दोपहर बाद दूसरे दौर की पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हो सकती हैं। एजेंसी कांग्रेस प्रमोटेड यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड, जो नेशनल हेराल्ड अखबार का मालिक है, में कथित वित्तीय अनियमितताओं के मामले में उनसे पूछताछ कर रही है। इससे पहले 21 जुलाई को उनसे पहले दौर की पूछताछ की गई थी। इस दौरान कांग्रेस पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भारी विरोध-प्रदर्शन किया था।

पहले दौर में एजेंसी ने 75 वर्षीय सोनिया गांधी से दो घंटे से अधिक समय तक सवाल-जवाब किए थे। एजेंसी ने उनके सामने 28 सवाल रखे थे, जिनके जवाब उन्होंने दिए। शुरुआत में एजेंसी ने उन्हें सोमवार को तलब किया था लेकिन इसे एक दिन के लिए टाल दिया गया था।

सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस ने सीआरपीएफ और आरएएफ कर्मियों सहित भारी फोर्स तैनात की है। उनके आवास और प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय के बीच पूरे एक किमी की दूरी तक बैरिकेड्स लगाए गए हैं। दिल्ली में कांग्रेस कार्यालय के पास भारी सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। पिछले हफ्ते की तरह इस बार भी सोनिया गांधी के साथ प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी के ईडी कार्यालय जाने की उम्मीद है।

2013 में भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी की एक निजी आपराधिक शिकायत के आधार पर यंग इंडियन के खिलाफ यहां की एक निचली अदालत ने आयकर विभाग की जांच पर संज्ञान लिया था। सोनिया और राहुल गांधी यंग इंडियन के प्रवर्तकों और अधिकतम शेयरधारकों में से हैं। राहुल गांधी की तरह कांग्रेस अध्यक्ष के पास भी 38 फीसदी हिस्सेदारी है।

भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने लगाया था धन के दुरुपयोग का आरोप

स्वामी ने गांधी और अन्य लोगों पर धोखाधड़ी और धन के दुरुपयोग की साजिश रचने का आरोप लगाया था, जिसमें यंग इंडियन ने कांग्रेस को असोसिएट जर्नल्स लिमिटेड (AJL) के बकाया 90.25 करोड़ रुपए की वसूली का अधिकार प्राप्त करने के लिए केवल 50 लाख रुपए का भुगतान किया था। पिछले साल फरवरी में दिल्ली हाई कोर्ट ने गांधी परिवार को नोटिस जारी कर स्वामी की याचिका पर जवाब मांगा था। ईडी ने अप्रैल में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और पवन बंसल से इस मामले में पूछताछ की थी।

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ईडी के अनुसार, लगभग 800 करोड़ रुपये की संपत्ति एजेएल के पास है और एजेंसी गांधी परिवार से जानना चाहती है कि यंग इंडियन जैसी गैर-लाभकारी कंपनी अपनी जमीन और भवन संपत्ति को किराए पर देने की व्यावसायिक गतिविधियां कैसे कर रही थी। कांग्रेस ने कहा है कि कोई गलत काम नहीं किया गया है और यंग इंडियन कंपनी अधिनियम की धारा 25 के तहत स्थापित एक “गैर-लाभकारी” कंपनी है और इसलिए मनी लॉन्ड्रिंग का कोई सवाल ही नहीं हो सकता है।

अधिकारियों ने कहा कि पहले दिन की तरह मंगलवार को भी सोनिया गांधी की उपस्थिति से पूर्व सभी कोविड-उपयुक्त प्रोटोकॉल (Covid-appropriate protocols) लागू किए जाएंगे। डॉक्टरों की टीम और एक एम्बुलेंस तैनात रहेगी। जांचकर्ताओं के ‘कोविड नकारात्मक’ प्रमाण पत्र और आपस में उचित शारीरिक दूरी बनाए रखी जाएगी।