सचिवालय में चली गोली, अपर मुख्य सचिव के निजी सचिव ने उठाया आत्मघाती कदम

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बापू भवन के आठवें तल पर अपर मुख्य सचिव नगर विकास रजनीश दुबे के निजी सचिव विशंभर दयाल ने स्वयं को गोली मार लखनऊ के बापू भवन के आठवें तल पर अपर मुख्य सचिव नगर विकास रजनीश दुबे के निजी सचिव विशंभर दयाल ने स्वयं को गोली मार ली। आनन-फानन में उन्हें लोहिया अस्पताल ले जाया गया। जहां से उन्हें केजीएमयू रेफर किया गया है। अभी आत्महत्या की कोशिश के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं है।

बताया जा रहा है कि गोली अभी भी शरीर में फंसी हुई है। फिलहाल निजी सचिव विशंभर दयाल को वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया है। छुट्टी के दिन भी ऑफिस बुलाए जाने पर सवाल उठ रहे हैं। वह आॅफिस बुलाये जाने पर नाराज थे। इसी नाराजगी के कारण अवसाद में चले गये हैं। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के कारण अवकाश था। सोमवार को बापू भवन बंद था। चारों तरफ सन्नाटा था, तभी लोगों ने गोली चलने की आवाज सुनी। इसके बाद बापू भवन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में लोग बापू भवन के आठवें फ्लोर के रूम नंबर 824 में पहुंचे, जहां अपर मुख्य सचिव नगर विकास रजनीश दुबे के निजी सचिव विशंभर दयाल खून से लथपथ पड़े थे।

आनन-फानन में निजी सचिव विशंभर दयाल को राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचाया गया। डाॅक्टरों ने उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। डॉक्टर उनकी जिंदगी बचाने की कोशिश कर रहे हैं। इस बीच लोहिया अस्पताल पर पुलिस और प्रशासन के कई अफसर पहुंच गए हैं। मौके से एक रिवाल्वर बरामद हुई है, जिसमें डोरी लगी है। संभावना जताई जा रही है कि यह रिवॉल्वर विशंभर दयाल का है। हालांकि अभी किसी ने इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं की है।

एसीपी हजरतगंज राघवेंद्र मिश्रा के मुताबिक अपर मुख्य सचिव नगर विकास रजनीश दुबे के निजी सचिव विश्वंभर दयाल ने सोमवार दोपहर करीब 1. 45 बजे बापू भवन स्थित अपने कार्यालय के रूम नंबर 824 में खुद को गोली मार ली है। उन्हें गंभीर हालत में सिविल अस्पताल भेजा गया है। बताया जा रहा है कि गोली चलने की आवाज सुनकर आसपास के लोगों ने दरवाजा खटखटाया लेकिन नहीं खुला। दरवाजा नहीं खुला तो सुरक्षाकर्मियों को सूचना दी गई। सुरक्षाकर्मियों ने दरवाजा खोलकर विश्वंभर दयाल को अस्पताल भेजा और पुलिस को सूचना दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

बापू भवन की सुरक्षा पर उठने लगे सवाल

लखनऊ के बापू भवन को राजधानी का सबसे सुरक्षित प्रतिष्ठान माना जाता है। बगल में विधानसभा और थोड़ी दूर पर ही सचिवालय है, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कार्यालय है। बापू भवन में कई मंत्रालयों के दफ्तर हैं। ऐसे में बापू भवन के अंदर रिवॉल्वर कैसे पहुंचा? ये सवाल पूछा जा रहा है।