हनुमान चालीसा पर मचे हंगामे के बीच सामने आया शरद पवार का बयान, जाति और धर्म पर कही ये बात

एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने आज हनुमान चालीसा को लेकर उपजे विवाद पर बयान दिया है। उन्होंने मुंबई में कहा, ‘आज अगर आप टीवी खोलते हैं तो कई कहता है कि वे एक सभा बुलाएंगे और कोई मांग करता है कि हनुमान चालीसा का पाठ करें। क्या ये सारे सवाल आपकी आधारभूत जरूरतों का समाधान करेंगे? इससे लड़ने के लिए हमें शाहू महाराज, बाबा साहेब अंबेडकर के रास्ते पर चलना होगा।’

पवार ने कहा, ‘हम पिछले कुछ दिनों से देख रहे हैं कि जाति और धर्म के नाम पर देश को पीछे ले जाने की कोशिश की जा रही है। लोगों की आधारभूत जरूरत क्या है? महंगाई, खाना, बेरोजगारी। लेकिन किसी का ध्यान इस तरफ नहीं है।’

गौरतलब है कि हालही में शरद पवार ने महाराष्ट्र के सीएम उद्वव ठाकरे के आधिकारिक आवास वर्षा पर जाकर उनसे मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद ही पवार का ये बयान सामने आया है। हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स में ये बात सामने भी आई थी कि उद्धव ठाकरे और शरद पवार ने राणा दंपति (अमरावती की सांसद नवनीत कौर राणा और उनके पति रवि राणा) से जुड़े विवाद और राज ठाकरे की मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग समेत कई मुद्दों पर बातचीत की थी।

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बता दें कि नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा ने मातोश्री के सामने 23 अप्रैल की सुबह हनुमान चालीसा का पाठ करने की घोषणा की थी। इसके बाद हजारों शिवसैनिक वहां जमा हो गए थे, जिसकी वजह से राणा दंपति अपने ऐलान पर कायम नहीं रह सके। हालांकि बाद में पुलिस ने राणा दंपति को गिरफ्तार कर लिया था।