Rohit Sharma of India celebrates after scoring 100 during the ICC Cricket World Cup match between South Africa and India at the Hampshire Bowl, Southampton on 05 June 2019 ©Gavin Barker/BackpagePix

इंग्लैंड दौरे से पहले रोहित शर्मा को मिला गुरु ज्ञान, इस दिग्गज खिलाड़ी ने दिया जीत का मंत्र

भारतीय क्रिकेट टीम इस समय इंग्लैंड दौरे पर है जहां उसे आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल खेलना है जहां उसका सामना न्यूजीलैंड से होना है। इसके बाद भारत को इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। इंग्लैंड में खेलना किसी भी बल्लेबाज के लिए आसान नहीं होता है। वहां गेंद ज्यादा स्विंग करती है। ऐसे में बल्लेबाजों को परेशानी होती है, खासकर सलामी बल्लेबाजों को जिन्हें नई ड्यूक गेंद का सामना करना होता है। ऐसे में टीम के अनुभवी सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा पर काफी कुछ निर्भर करेगा।

रोहित को इंग्लैंड में किस तरह से बल्लेबाजी करनी चाहिए इसे लेकर भारत के सबसे सफल सलामी बल्लेबाजों में से एक वीरेंद्र सहवाग ने उन्हें कुछ सलाह दी है। सहवाग ने कहा है कि रोहित को इंग्लैंड में नई गेंद को संभल कर खेलना होगा और उसका सम्मान करना होगा।

हालात पर भी काफी कुछ निर्भर

सहवाग ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, “मैंने जब इंग्लैंड में पहली बार ओपनिंग की थी। मैं उतना आक्रामक नहीं था। मैंने तकरीबन 150-160 गेंदों पर शतक जमाया है क्योंकि स्विंग करती हुई परिस्थितियों में आपको नई गेंद का सम्मान करना होता है, और मुझे इसमें सफलता भी मिली। हालात एक जैसे रहते हैं, इसलिए यह विकेट के ऊपर निर्भर करता है। अगर आप फ्लैट विकेट पर खेलते हैं या घांस वाली विकेट पर, इसमें काफी अंतर है। अगर मौसम अच्छा रहता है तो गेंद ज्यादा स्विंग नहीं करेगी और मौसम खराब रहता है तो गेंद ज्यादा स्विंग करेगी। इंग्लैंड में काफी कुछ परिस्थतियों पर निर्भर करता है। अगर बादल आते हैं तो गेंद कुछ भी कर सकती है और अगर धूप निकलती है तो बल्लेबाजी करना आसान रहता है।”

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इस तरह करना होगा गेंदबाजों का सामना

सहवाग ने रोहित को सलाह देते हुए कहा, “जाहिर तौर पर, हालात का सम्मान करो और खराब गेंद का इंतजार करो। उन्होंने इंग्लैंड में काफी क्रिकेट खेली है, इसलिए उन्हें अनुभव है और वह जानते हैं कि क्या किया जाना है, लेकिन मेरी सलाह है कि नई गेंद का सम्मान करें और इसके बाद उन्हें खराब गेंद मिलेंगी जिसका उन्हें इंतजार करना होगा। एक बार जब पांच-दस ओवर का खेल हो जाएगा उसके बाद आक्रामक क्रिकेट खेलना आसान होगा।”