सामने आई महंत नरेंद्र गिरी की मौत की असली वजह, सुसाइड नोट से हुआ बड़ा खुलासा

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में बीते सोमवार शाम को हुई अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। यह खुलासा महंत नरेंद्र गिरी के शव के पास मिले सुसाइड नोट से हुआ है, जिसमें उन्होंने अपने शिष्य आनंद गिरी, लेटे हनुमान मंदिर के पुजारी अद्या तिवारी, संदीप तिवारी को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार बताया है। इसके अलावा इस सुसाइड नोट से आनंद गिरी की काली करतूत भी उजागर हुई है।

महंत नरेंद्र गिरी को आनंद गिरी के बारे में मिली थी बड़ी सूचना

सुसाइड नोट में गिरि ने लिखा है कि मैं महंत नरेंद्र गिरि आज आनंद गिरि की वजह से बहुत विचलित हूं। आज हरिद्वार से सूचना मिली कि एक दो दिन में आनंद गिरी मोबाइल के माध्यम से किसी छोटी महिला या लड़की के साथ गलत काम करते हुए फोटो वायरल कर देगा। मैं महंत नरेंद्र गिरि बदनामी के डर से सफाई देता रहूंगा। मैं जिस सम्मान से जी रहा हूं, तो बदनामी में कैसे झेल पाऊंगा। इस वजह से आत्महत्या कर रहा हूं।

आपको बता दें कि बीते सोमवार शाम को महंत नरेंद्र गिरी का शव उनके कमरे में पंखे से लटकता हुआ मिला था। उनके शव के पास पुलिस को एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें उनके शिष्य आनंद गिरी पर उन्हें परेशान करने का आरोप लगा है। साथ ही सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं सम्मान के बगैर नहीं जी सकता। वसीयत से संबंधित बात भी इस सुसाइड नोट में लिखी हुई हैं।

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महंत गिरी की मौत के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने का दावा किया है। वहीं इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन भी किया गया है