राकेश टिकैत ने विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर किया बड़ा ऐलान, राजनीतिक दलों से कही ये बात

संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजकों में से एक और भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने उत्तर प्रदेश विधानसभा या फिर कोई भी चुनाव लडऩे से साफ इन्कार कर दिया है। शामली में टिकैत ने शनिवार को मीडिया से वार्ता के दौरान केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की मंत्री पद से बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग को दोहराया।

भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने साफ कहा कि वह ना तो विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे और ना ही लोकसभा का चुनाव। उनको समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव लडऩे का न्यौता दिया था। उन्होंने कहा कि हम अखिलेश यादव को धन्यवाद ज्ञापित करते हैं। उन्होंने हमको न्यौता दिया तो उनका धन्यवाद है।

टिकैत ने कहा कि प्रदेश के लखीमपुर खीरी की घटना बेहद ही भयावह रही। अब केन्द्र सरकार को अपने मंत्री अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त करने के साथ उनकी गिरफ्तारी भी करानी चाहिए। सरकार किसी भी दोषी का बचाव न करे। उन्होंने कहा कि मुझे जानकारी मिली है कि टेनी का हत्या का आरोपित बेटा अशीष मिश्र जेल में बंद किसानों से जबरदस्ती मिलता है और समझौते का दबाव बना रहा है। इससे तो साफ लगता है कि वह यह सब पुलिस-प्रशासन की शह पर कर रहा है।

टिकैत ने कहा कि मध्य प्रदेश की मंडियों को भी अब बेचा जा रहा है। मंडियां किसानों के लिए प्लेटफार्म हैं। सभी जगह मंडियों में वेयर हाउस से लेकर पैकेजिंग तक की सुविधा होनी चाहिएं। मंडियों के राजस्व से गांवों की सड़कें बननी चाहिएं। देश को जिस तरह से निजीकरण की ओर ले जाया जा रहा है, वह गलत है। इससे देश की अर्थव्यवस्था बिगड़ जाएगी।

कांग्रेस MLA के रेप वाले बयान पर प्रियंका गांधी ने दी प्रतिक्रिया, कही ये बात

उन्होंने कहा कि राशन वितरण की एक बड़ी समस्या है। राशन देने वाले हाई लेवल के लोग हैं। जिन्हें जरूरत है, उन्हें राशन नहीं मिल रहा है। राशन की दुकानों का संचालन पांच सदस्यीय कमेेटी बनाकर किया जाए। सभी वेतन पर रखें जाएं और किसी एक व्यक्ति को दुकान का आवंटन न हो। यह एक बहुत बड़े विवाद का कारण है। लोगों को राशन मिलता नहीं है और अवैध रूप से बिक्री की जाती है। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत मुजफ्फरनगर हो या शामली। जो भी जिला पंचायत के सदस्य हैं, उनके भी बराबर काम किए जाएं। जीतने के बाद जो भी अध्यक्ष बने हैं, अब वह सबके अध्यक्ष है। काम होगा तो सबका होगा, नहीं तो किसी का नहीं होगा।