राहुल गांधी ने दिया विवादित बयान, आरएसएस और बीजेपी को बताया गैर हिंदू

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर लगातार हमला करने वाले कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बीजेपी को आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरएसएस और बीजेपी को लेकर विवादित बयान देते हुए गैर हिंदू करार दिया है। उन्होंने कहा है कि ये लोग हिंदू नहीं हैं, ये सिर्फ हिंदू धर्म का इस्तेमाल करते हैं। राहुल गांधी ने यह बयान कांग्रेस की महिला इकाई ‘अखिल भारतीय महिला कांग्रेस’ के स्थापना दिवस समारोह के दौरान दिया। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि आरएसएस और बीजेपी के लोग ‘महिला शक्ति’ को दबा रहे हैं और भय का माहौल पैदा कर रहे हैं।

राहुल गांधी ने कहा- ये लोग झूठे हिंदू हैं

राहुल गांधी ने नोटबंदी और जीएसटी का जिक्र करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने ‘लक्ष्मी की शक्ति’ और ‘दुर्गा की शक्ति’ पर आक्रमण किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि वे (आरएसएस और बीजेपी) अपने आपको हिंदू पार्टी कहते हैं और लक्ष्मी जी और मां दुर्गा पर आक्रमण करते हैं। फिर कहते हैं कि वे हिंदू हैं। ये लोग झूठे हिंदू हैं। ये लोग हिंदू नहीं हैं। ये हिंदू धर्म का इस्तेमाल करते हैं।

कांग्रेस नेता ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस के लोगों ने पूरे देश में डर फैलाया है, किसान डरे हुए हैं, महिलाएं डरी हुई हैं। उन्होंने कहा कि आरएसएस महिला शक्ति को दबाता है, लेकिन कांग्रेस का संगठन महिला शक्ति को समान मंच देता है।

राहुल गांधी ने कहा कि अगर पिछले 100-200 साल में किसी एक व्यक्ति ने हिंदू धर्म को सबसे अच्छे तरीके से समझा और अपने व्यवहार में लाया, तो वह महात्मा गांधी हैं। इसे हम भी मानते हैं और आरएससस एवं बीजेपी के लोग भी मानते हैं। महात्मा गांधी ने अहिंसा को सबसे अच्छे तरीके से जिया। हिंदू धर्म की बुनियाद अहिंसा है। इसके बावजूद आरएसएस की विचारधारा द्वारा महात्मा गांधी को गोली क्यों मारी गई? इस बारे में आपको सोचना होगा।

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उन्होंने कहा कि वह आरएसएस और बीजेपी की विचारधारा के साथ कभी समझौता नहीं कर सकते। राहुल गांधी ने जोर देकर कहा कि देश में आरएससस और बीजेपी की सरकार है। इनकी विचारधारा और हमारी विचारधारा अलग अलग हैं। कांग्रेस की विचारधारा गांधी की विचारधारा है। गोडसे और सावरकर की विचारधारा और हमारी विचारधारा में क्या फर्क है, इसे हमें समझना होगा… हमें इनके खिलाफ प्रेम से लड़ना है। नफरत के जरिये हम नहीं लड़ सकते।