काजी ने बताई नवाब मलिक के आरोप की सच्चाई, वानखेड़े को लेकर किया बड़ा दावा

आर्यन खान की गिरफ्तारी के मामले की वजह से महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक के निशाने पर आए एनसीबी के मुंबई जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े की समस्याएं बढती ही जा रही हैं। दरअसल, नवाब मलिक ने समीर खान पर आरोप लगाते हुए ट्विटर के माध्यम उनके निकाहनामे को पेश किया है। उन्होंने आरप लगाया है कि इस निकाहनामा में समीर का नाम समीर दाऊद वानखेड़े लिखा है। समीर पर लगे इस आरोप के बाद एक काजी सामने आए हैं, जिन्होंने दावा किया है समीर का निकाह उन्होंने ही करवाया था।

नवाब मलिक द्वारा वानखेड़े पर लगाया गया आरोप सही

‘आजतक’ न्यूज पोर्टल के अनुसार, काजी मुजम्मिल अहमद का दावा है कि उन्होंने ही समीर वानखेड़े और शबाना नाम की लड़की का निकाह कराया था। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने जो निकाहनामा शेयर किया है वह असली है।

काजी मुजम्मिल अहमद ने कहा कि मैंने निकाह पढ़ाया था कि निकाहनामा बिल्कुल सही है। उस वक्त समीर, शबाना (कथित पहली पत्नी), पिता सब मुसलमान थे। काजी बोले, ‘अगर समीर हिंदू होते तो निकाह ही नहीं होता। क्योंकि शरियत के हिसाब से ऐसा नहीं हो सकता। शरियत के खिलाफ जाकर काजी निकाह नहीं पढ़ाता। आज वह कुछ भी कहें, उस वक्त समीर मुसलमान थे।

यह भी पढ़ें: नवाब मलिक ने वानखेड़े पर फिर मढें आरोप, जन्म प्रमाणपत्र के बाद किया एक और नया खुलासा

आपको बता दें कि नवाब मलिक ने ट्वीट कर दावा किया है कि 2006 में 7 दिसंबर, गुरुवार को रात 8 बजे समीर दाऊद वानखेड़े और शबाना कुरैशी के बीच निकाह हुआ था। यह निकाह मुंबई के अंधेरी (वेस्ट) के लोखंडवाला कॉम्पलेक्स में हुआ था।