पीएम नरेंद्र मोदी ने खिलाड़ियों का बढ़ाया मनोबल, दिया ये बड़ा संदेश

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वीसी के माध्यम से सांसद खेल महाकुंभ के समापन समारोह में खिलाड़ियों को संबोधित किया. पीएम मोदी ने खिलाड़ियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि मैं श्रीगोरखनाथ की पवित्र धरती को नमन करता हूं. मैं ‘सांसद खेल प्रतियोगिता’ में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को बधाई देता हूं. उन्होंने कहा कि खेल हो या ‘कला संगीत’ दोनों की आत्मा और ऊर्जा एक ही है. दुनियाभर में भारत की परंपरा, संस्कृति और मूल्यों को बढ़ावा देने हम सबका दायित्व है.

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘सांसद खेल महाकुंभ’ को आगे बढ़ाने की जरूरत है, इसके लिए स्थानीय स्तर पर ऐसी खेल प्रतियोगिताएं होती रहें. ऐसी प्रतियोगिताओं से स्थानीय प्रतिभाएं निखरती हैं. साथ ही खिलाड़ियों का मोरल भी बूस्ट होता है. हमारे देश में बहुत सारा गुत्प-सुप्त सामर्थ्य है, जिसे बाहर लाने की जरूरत है.  ऐसे सामर्थ्य को खेल की दुनिया में सामने लाने में ‘सांसद खेल महाकुंभ’ की अहम भूमिका है. इसके लिए बजट में कई प्रावधान किए गए हैं, 2014 की तुलना में इस वर्ष खेल मंत्रालय का बजट 3 गुना ज्यादा है.

उन्होंने आगे कहा कि ‘सांसद खेल महाकुंभ’ वह मजबूत नींव है जिस पर भविष्य की कई सारी भव्य इमारत का निर्माण होने जा रहा है. खिलाड़ियों की ट्रेनिंग पर ‘खेलो इंडिया मूवमेंट’ के तहत ध्यान दिया जा रहा है. ​होलिस्टिक विजन के साथ अब देश आगे बढ़ रहा है. पीएम ने कहा कि ओलंपिक से लेकर दूसरे बड़े टूर्नामेंट तक में आज जिस तरह भारतीय मेडल जीत रहे हैं, उस विरासत को आप जैसे खिलाड़ी ही आगे बढ़ाएंगे. मुझे विश्वास है कि इसी तरह आप सब चमकेंगे और देश का नाम अपनी सफलताओं की चमक से रोशन करेंगे.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि आज देश के विभिन्न राज्यों के लिए ‘नमामि गंगे’ अभियान एक मॉडल बनकर उभरा है. आज न सिर्फ गंगा स्वच्छ हो रही हैं, बल्कि उनकी सहायक नदियां भी साफ हो रही हैं. गंगा के किनारे प्राकृतिक खेती जैसी मुहिम भी शुरू हुई है. उन्होंने आगे कहा कि एक ऐसे समय में जल जन अभियान शुरू हो रहा है जब भविष्य के संकट के रूप में पानी की कमी को देखा जा रहा है. ‘वाटर सिक्योरिटी’ इतनी बड़ी आबादी के चलते हम सब की संयुक्त जिम्मेदारी है. जल रहेगा तभी आने वाला कल रहेगा और हमें आज से ही इसके लिए प्रयास करने होंगे.