तुर्की और सीरिया में आए भूकंप में 5 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। चारों ओर तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है। भूकंप से सैकड़ों इमारतें गिर चुकी हैं। मलबे से एक के बाद एक शव निकाले जा रहे हैं। मंगलवार को बीजेपी पार्लियामेंट्री कमेटी की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इसकी चर्चा कर भावुक हो गए। उन्होंने 2001 में गुजरात के भुज में आए भूकंप को याद करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी आंखों से सामने ऐसी त्रासदी देखी है।
संसद के मौजूदा सत्र की रणनीति को लेकर बीजेपी संसदीय दल की बैठक बुलाई गई थी। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में उन्होंने कहा कि जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो ऐसी त्रासदी देखी है। राहत कार्य के दौरान कई तरह की चुनौतियां आती हैं। उन्होंने कहा कि तु्र्की और सीरिया को भारत मानवीय तौर पर हरसंभव भेज रहा है।
तुर्की के हर दुख को महसूस कर सकता हूं-पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि 2001 में गुजरात के कच्छ जिले के भुज में ऐसा ही भूकंप आया था। इस त्रासदी में 20 हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई थी वहीं 1.5 लाख से अधिक लोग घायल हो गए थे। भूकंप के कारण हजारों घर जमींदोज हो गए थे।
तुर्की और सीरिया की ऐसे मदद कर रहा भारत
भारत ने तुर्की और सीरिया में एनडीआरएफ की दो टीमें भेजी हैं। इसके अलावा भारतीय सेना की 89 लोगों की एक मेडिकल टीम भी तुर्की के लिए रवाना हो गई है। इस टीम में डॉक्टरों के अलावा 30 बेड के अत्याधुनिक अस्पताल के लिए सभी जरूरी उपकरण मौजूद हैं। इसके अलावा राहत कार्य के लिए जरूरी उपकरणों के साथ भी एनडीआरएफ की एक टीम को रवाना किया गया है।