पानी की वजह से हुई निर्भया कांड जैसी घटना, दरिंदों ने महिला के निजी अंगों में डाल दी रॉड

16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में घटित हुआ निर्भया गैंगरेप कांड ने पूरे देश को बलात्कार जैसे अमानवीय अपराध के खिलाफ एकजुट कर दिया था। इस घटना के लगभग नौ साल साल बाद एक बार फिर दूसरा निर्भया कांड सामने आया है। दरअसल, मध्य प्रदेश में निर्भया गैंगरेप जैसी ही घटना सामने आई है। कथित तौर पर इस घटना में चार आरोपियों ने इंसानियत को ताख पर रखकर एक अधेड़ महिला के साथ हैवानियत जैसा बर्ताव किया है।

निर्भया गैंगरेप जैसी घटना की वजह पानी

बताया जा रहा है कि इस घटना में दरिंदों ने पहले महिला को अपनियो हवस का शिकार बनाया और फिर उसके प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड डाल दी। यह घटना शनिवार की देर रात जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर अमलिया थाना क्षेत्र में घटित हुआ।

इस घटना की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि महिला के पति की लगभग चार साल पहले ही मौत हो चुकी है। वह अपने दो बच्चों और अपनी बहन के साथ एक झोपड़ी में रहती है। वह अपना जीवनयापन करने के लिए एक छोटी सी दुकान चलाती है।

पुलिस ने बताया कि शनिवार देर रात आरोपी उसके घर आए और पानी मांगा। जब महिला ने पानी देने से मना कर दिया तो वे झोपड़ी में घुस गए और बारी-बारी से बलात्कार किया। दरिंदे इस पर भी नहीं माने और फरार होने के पहले उन्होंने पीड़िता के निजी अंगों में लोहे की रॉड डाल दी।

पीड़िता को एक ऑटोरिक्शा में अमलिया पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में शुरुआती इलाज के बाद उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद पीड़िता को बेहोशी की हालत में बेहतर इलाज के लिए तुरंत रीवा के संजय गांधी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया।

अस्पताल के गायनो विभाग की एचओडी डॉ कल्पना यादव ने बताया कि महिला को गंभीर हालत में सीधी से यहां लाया गया था, उसकी हालत ख़राब थी। गुप्तांगो में रॉड की वजह से अंदरूनी चोट थी जिसकी सर्जरी की गयी है, अभी वह खतरे से बाहर है और इलाज जारी है।

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पीड़िता के परिवार की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पीड़ित महिला के ही गांव के रहने वाले हैं। पुलिस ने धारा 376, 324, 542, 34 के तहत मामला दर्ज किया है। इस घटना को जिन आरोपियों ने अंजाम दिया है उनकी पहचान लल्लू कोल, भाईलाल पटेल और 2 अन्य लोगों के रूप में हुई है। मामले की जांच सर्वोच्च प्राथमिकता पर की जा रही है।